Edited By ,Updated: 14 Jan, 2017 06:35 PM
सरकार ने नोटबंदी के मद्देनजर रिजर्व बैंक की स्वतंत्रता और स्वायत्तता में दखल देने और उसकी छवि धूमिल करने के कर्मचारियों के आरोपों को खारिज करते हुए आज कहा कि वह केन्द्रीय बैंक की स्वतंत्रता और स्वायत्तता का सम्मान करती है।
नई दिल्लीः सरकार ने नोटबंदी के मद्देनजर रिजर्व बैंक की स्वतंत्रता और स्वायत्तता में दखल देने और उसकी छवि धूमिल करने के कर्मचारियों के आरोपों को खारिज करते हुए आज कहा कि वह केन्द्रीय बैंक की स्वतंत्रता और स्वायत्तता का सम्मान करती है।
वित्त मंत्रालय ने आज जारी बयान में कहा कि केन्द्रीय बैंक के कुछ कर्मचारी संघों ने आर.बी.आई. की स्वतंत्रता और स्वायत्तता को चोट पहुंचाने के आरोप लगाए हैं। मंत्रालय ने साफ-साफ कहा है कि सरकार रिजर्व बैंक की स्वतंत्रता और स्वायत्तता का पूरा सम्मान करती है। उसने कहा कि सरकार और रिजर्व बैंक के बीच जनहित के विभिन्न मामलों में सलाह-मशविरा नियमित प्रक्रिया है और यह कानून सम्मत या परंपरागत व्यवहार है। कानून सम्मत या परंपरागत व्यवहार को रिजर्व बैंक की स्वतंत्रता और स्वायत्तता में हस्तक्षेप के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
यूनाइटेड फोरम ऑफ रिजर्व बैंक ऑफिसर्स एंड इम्पालइज ने शुक्रवार को गवर्नर उर्जित पटेल को पत्र लिखकर कई गंभीर आरोप लगाये थे और कहा था कि नोटबंदी के घटनाक्रमों से कर्मचारी अपमानित महसूस कर रहे हैं। इस संगठन ने करेंसी संयोजन के लिए वित्त मंत्रालय द्वारा रिजर्व बैंक में एक अधिकारी बैठाए जाने का विरोध करते हुए कहा है कि इससे रिजर्व बैंक की स्वायत्तता पर हमला किया गया है।