Edited By ,Updated: 12 Jan, 2017 10:50 AM
भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) के पास नोटबंदी के बाद छपी करंसी का कोई हिसाब-किताब नहीं है।
हैदराबाद: भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) के पास नोटबंदी के बाद छपी करंसी का कोई हिसाब-किताब नहीं है। आर.बी.आई. ने मुम्बई निवासी अनिल गलगली द्वारा दायर आर.टी.आई. एक्ट के अंतर्गत एक प्रश्न के उत्तर में यह बात मानी है। जब गलगली से 1 नवम्बर के बीच छापे गए सभी छोटे-बड़े नोटों की छपाई के बारे जानकारी मांगी तो आर.बी.आई. ने कहा कि उसके पास कोई जानकारी नहीं है। इस उत्तर के आधार पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अथॉरिटी (एन.डी.एम.ए.) के उपप्रधान मारी शशिधर रैड्डी ने चयन कमीशन को 7 जनवरी को लिख कर आर.बी.आई. को सूचना सांझा करने के लिए कहने के बारे में कहा था।
रैड्डी ने चयन कमीशन को लिखे अपने पत्र में आशंका प्रकट की है कि सत्ताधारी भाजपा आगामी मतदान में अपने लाभ के लिए अलग-अलग राज्यों को भेजे कैश का प्रयोग कर सकती है।