Edited By ,Updated: 21 Nov, 2016 11:29 AM
शरिया नियमों के मुताबिक इंटरेस्ट फ्री बैंकिंग को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) ने बैंकों में इस्लामिक विंडो खोलने का प्रस्ताव दिया है।
नई दिल्लीः शरिया नियमों के मुताबिक इंटरेस्ट फ्री बैंकिंग को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) ने बैंकों में इस्लामिक विंडो खोलने का प्रस्ताव दिया है। आरबीआई और केंद्र सरकार ये दोनों ही इस्लामिक बैंकिंग शुरू करने संभावना काफी लंबे समय तलाश रहे हैं। आरबीआई की तरफ से उठाया जाने वाला ये अहम कदम हो सकता है।
अनुभव के बाद खोला जाएगा इस्लामिक बैंक
एक आर.टी.आई. के माध्यम से पता चला है कि आरबीआई ने इस मसले में वित्त मंत्रालय को लेटर लिखा है। आरबीआई ने मिनिस्ट्री से कहा है कि देश में इस्लामिक बैंकिंग का अनुभव नहीं है। इसलिए एकाएक इस्लामिक या शरिया बैंकिंग शुरू नहीं की जा सकती है। इसके लिए धीरे-धीरे प्रयास करने जरूरी हैं। इसमें सबसे पहले सामान्य बैंकों में इस्लामिक विंडो खोलकर कुछ सेवाएं शुरू की जा सकती हैं। इसके बाद जब बैंकों के पास शरिया बैंकिंग सेवाओं का अनुभव होगा तब अलग से शरिया बैंकिंग की शुरूआत की जा सकती है।