Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Dec, 2017 11:38 AM
आधार क्रमांक जारी करने वाले भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने दूरसंचार कंपनी एयरटेल से कहा है कि वह आधार कार्ड सत्यापन के बहाने अपने ग्राहकों के पेमेंट बैंक खाते खोलने के मामले में 4 दिसंबर तक स्पष्टीकरण दे। कंपनी पर आरोप है कि उसने...
नई दिल्लीः आधार क्रमांक जारी करने वाले भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने दूरसंचार कंपनी एयरटेल से कहा है कि वह आधार कार्ड सत्यापन के बहाने अपने ग्राहकों के पेमेंट बैंक खाते खोलने के मामले में 4 दिसंबर तक स्पष्टीकरण दे। कंपनी पर आरोप है कि उसने आधार के जरिये सिम कार्ड सत्यापन कराने आए अपने ग्राहकों के पेमेंट बैंक खाते उनकी सहमति लिए बिना ही खोल दिए।
प्राधिकरण ने कंपनी से जानना चाहा कि इस मामले में उसके खिलाफ कार्रवाई क्यों न हो हालांकि एयरटेल ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि एयरटेल पेमेंट बैंक में खाते ग्राहकों की सहमति से खोले गए हैं। कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि कंपनी विस्तृत जवाब तैयार कर रही है जिसे यूआईडीएआई को दाखिल कर दिया जाएगा। यूआईडीएआई ने इस बारे में सितंबर में भारती एयरटेल व एयरटेल पेमेंट्स बैंक को
नोटिस जारी किया था।
ये था मामला
यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने आधार एक्ट के उल्लंघन के लिए भारती एयरटेल के खिलाफ जांच का आदेश दिया थे। साथ ही आरोप लगाया गै कि कस्टमर्स ने मोबाइल नंबर का आधार वेरिफिकेशन कराया, उसी दौरान कंपनी ने कस्टमर्स के एयरटेल पेमेंट्स बैंक में चुपके से अकाउंट ओपन कर दिए।
यह मामला तब सामने आया जब एलपीजी सब्सिडी का अमाउंट उनकी ओर से निर्धारित बैंकों के सेविंग अकाउंट की जगह एयरटेल पेमेंट्स में जमा होने लगा वहीं, ज्यादातर कस्टमर्स ने ऐसे पेमेंट ट्रांसफर होने की शिकायत की और कहा कि वह एयरटेल पेमेंट्स बैंक अकाउंट के बारे में उन्हे कोई जानकारी नहीं है। साथ ही कस्टमर्स ने आरोप लगाया कि उन्होंने एयरटेल पेमेंट बैंक में अकाउंट ओपन करने की अनुमति नहीं दी है।