Edited By ,Updated: 16 May, 2017 10:14 AM
भारतीय स्टेट बैंक (एस.बी.आई.) में उसके 5 सहयोगी बैंकों के विलय के बाद सरकार 3-4 और सार्वजनिक (पी.एस.यू )
नई दिल्ली: भारतीय स्टेट बैंक (एस.बी.आई.) में उसके 5 सहयोगी बैंकों के विलय के बाद सरकार 3-4 और सार्वजनिक (पी.एस.यू ) बैंकों के एकीकरण यानी कि विलय पर गौर रही है जिसका लक्ष्य वैश्विक स्तर के कुछ बैंक बनाना है। सरकार जल्द ही छोटे पी.एस.यू. बैंकों के कंसोलिडेशन का रोडमैप-2 तैयार करेगी। जानकारी के मुताबिक वित्त मंत्रालय ने इस संबंध में राज्य स्तरीय बैंकों के साथ एक एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर कर लिए हैं।
सरकार चाहती है कि लंबी अवधि में सिर्फ 6-7 बड़े बैंक रहे। जानकारी के अनुसार वित्त मंत्रालय शीघ्र ही और एकीकरण पर व्यापक अध्ययन करवाएगा तथा सार्वजनिक क्षेत्र के बाकी 21 बैंकों के बीच विलय के विभिन्न विकल्पों पर गौर करेगा। विलय का फैसला करते समय क्षेत्रीय संतुलन, भौगोलिक पहुंच, वित्तीय बोझ और सुचारू मानव संसाधन परिवर्तन जैसे कारकों पर गौर करना होता है। बिल्कुल ही कमजोर बैंक का मजबूत बैंक के साथ विलय नहीं होना चाहिए क्योंकि उससे उसका नुक्सान होगा।