Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Aug, 2017 03:23 PM
अगर आप विदेश घूमने या वहां पढ़ाई करना जाना चाहते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर हो सकती है।
नई दिल्लीः अगर आप विदेश घूमने या वहां पढ़ाई करना जाना चाहते हैं तो आपके लिए यह अच्छी खबर हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार दिसंबर तक डॉलर की कीमत गिरकर 60 रुपए तक आ सकती है। देश में हो रहे सुधारों और जी.एस.टी. लागू होने के बाद भारतीय करंसी मजबूत हो रही है। भारतीय बाजारों में निवेशकों का भरोसा भी बढ़ा है जिस कारण रुपए को मजबूती मिल रही है। रुपए के मजबूत होने के कारण जहां विदेश जाना और पढ़ना सस्ता होगा वहीं इसका नुक्सान उन भारतीय परिवारों को झेलना पड़ेगा जिनके घर वाले विदेशों से पैसा भेजेते हैं क्योंकि रुपए के मजबूत होने के साथ ही रुपए का मूल्य कम हो जाएगा।
रुपया होगा मजबूत
आज भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले 63-64 रुपए के बीच चल रहा है, जबकि दिसंबर तक एक डॉलर में मिलने वाले पैसे घटकर 60 रुपए रह सकते हैं। वैश्विक निवेश सलाहकार और 'फ्रेंकलिन टेम्पलटन इनवेस्टमेंट' समूह में कार्यकारी अध्यक्ष मार्क मोबिअस का कहना है कि इसकी संभावना बहुत ज्यादा है कि डॉलर के मुकाबले भारतीय करंसी आसानी से मजबूत होकर 60 रुपए के स्तर पर आ सकती है।
अब तक कितना मजबूत हुआ रुपया
पिछले वित्त वर्ष की शुरूआत में 1 अप्रैल 2016 को डॉलर के मुकाबले रुपया 66.2 के स्तर पर था, जो नोटबंदी के बाद और गिरकर नवंबर 2016 में 68.8 तक पहुंच गया था। उस समय के बाद रुपए में अच्छी मजबूती दर्ज हुई और 8 अगस्त 2017 को रुपया मजबूत होकर 63.6 के स्तर पर पहुंत गया था। विशेषज्ञों के अनुसार रुपया 62 के स्तर पर आ सकता है। हालांकि वैश्विक स्तर पर अमरीका और कोरिया के बीच तनाव और चीन और भारत के बीच सिक्किम में जारी तनाव के कारण वैश्विक बाजारों में प्रभाव पड़ रहा है। इसका असर घरेलू बाज़ार पर भी दिखाई दे रहा है।