Edited By ,Updated: 24 Dec, 2016 05:50 PM
भारतीय स्टेट बैंक (एस.बी.आई.) ने देशभर में इलैक्ट्रानिक तरीके से टोल संग्रह की अपनी योजना ‘इलेक्ट्रानिक टोल कनैक्शन - ईटीसी’ शुरू करने के लिए एआईएसईसीटी के साथ गठजोड़ किया है।
नई दिल्ली: भारतीय स्टेट बैंक (एस.बी.आई.) ने देशभर में इलैक्ट्रानिक तरीके से टोल संग्रह की अपनी योजना ‘इलेक्ट्रानिक टोल कनैक्शन - ईटीसी’ शुरू करने के लिए एआईएसईसीटी के साथ गठजोड़ किया है। एस.बी.आई. के फास्टैग की देशभर में बिक्री और रिचार्ज के लिए भोपाल स्थित इस संगठन एआईएसईसीटी को अनुबंधित किया गया है। एआईएसईसीटी ने कई एजेंसियों के साथ प्रतिस्पर्धा में यह ठेका हासिल किया है। एस.बी.आई. और एआईएसईसीटी की एक संयुक्त विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है।
राष्ट्रीय राजमार्गों पर यातायात व्यवस्था सुगम बनाने के लिए डिजिटल भारत अभियान को आगे बढ़ाते हुये भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकारण (एन.एच.ए.आई.) ईटीसी परियोजना को आगे बढ़ा रहा है। देशभर में इस समय राष्ट्रीय राजमार्गों पर 370 टोल प्लाजा है। एस.बी.आई. ने इसके लिए फास्टैग व्यवस्था तैयार की है। इसे रिचार्ज किया जा सकेगा। जिस वाहन पर यह टैग लगा होगा उसके टोल प्लाजा से गुजरने पर डिजिटल तरीके से स्वत: ही टोल कट जाएगा और बैंक खाते में पहुंच जाएगा। इस प्रकार नकद लेनदेन का झंझट नहीं रहेगा।
एआईएसईसीटी, भारतीय स्टेट बैंक के तहत वित्तीय समावेशी योजना में एक व्यावसायिक सहयोगी है। संगठन ने वर्ष 2009 के बाद से देश के ग्रामीण क्षेत्रों में 4,000 से अधिक बैंकिंग प्रकोष्ठ स्थापित किये हैं। इन प्रकोष्ठ पर एस.बी.आई. फास्टैग की बिक्री और रिचार्ज किया जा सकेगा। संगठन प्रमुख टोल प्लाजा पर भी अपने बिक्री केन्द्र खोलने पर विचार कर रहा है जिनमें एस.बी.आई. के फास्टैग की बिक्री और रिचार्ज किया जा सकेगा।