Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Mar, 2018 06:40 PM
देश के सबसे बड़े भारतीय स्टेट बैंक (एस.बी.आई.) ने बचत खातों में न्यूनतम जमा राशि नहीं रखने की स्थिति में ली जाने वाली पेनाल्टी में 75 फीसदी तक की कटौती कर दी है। दूसरी तरफ सूचना के अधिकार (आर.टी.आई.) से खुलासा हुआ है
इंदौरः देश के सबसे बड़े भारतीय स्टेट बैंक (एस.बी.आई.) ने बचत खातों में न्यूनतम जमा राशि नहीं रखने की स्थिति में ली जाने वाली पेनाल्टी में 75 फीसदी तक की कटौती कर दी है। दूसरी तरफ सूचना के अधिकार (आर.टी.आई.) से खुलासा हुआ है कि न्यूनतम जमा राशि नहीं रखे जाने पर बैंक ने करीब 41.16 लाख खाते बंद कर दिए हैं। ग्राहकों से जुर्माना वसूली के प्रावधान के कारण मौजूदा वित्तीय वर्ष के शुरूआती 10 महीनों (अप्रैल-जनवरी) के दौरान एस.बी.आई. ने इन खातों को बंद किया है।
तो बचत खातों से नहीं धोना पड़ता हाथ
मध्यप्रदेश के नीमच निवासी सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने मंगलवार को बताया कि उनकी आर.टी.आई. अर्जी पर एस.बी.आई. के एक आला अधिकारी ने उन्हें 28 फरवरी को भेजे पत्र में यह जानकारी दी है। इस लेटर में बताया गया कि न्यूनतम जमा राशि उपलब्ध नहीं होने पर जुर्माना लगाने के प्रावधान के कारण एस.बी.आई. द्वारा वित्तीय वर्ष 2017-18 में 31 जनवरी तक बंद किए गए बचत खातों की संख्या लगभग 41.16 लाख है।
गौड़ ने कहा, 'अगर एस.बी.आई. इस मद में जुर्माने की रकम को घटाने का निर्णय समय रहते कर लेता, तो उसे 41.16 लाख बचत खातों से हाथ नहीं धोना पड़ता। इसके साथ ही, इन खाताधारकों को परेशानी नहीं होती जिनमें बड़ी तादाद में गरीब लोग शामिल रहे होंगे।'