Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Mar, 2018 02:40 PM
सरकारी एयरलाइंस कंपनी एयर इंडिया को बेचने की प्रक्रिया लगभग शुरू हो चुकी है। टाटा संस-सिंगापुर एयरलाइंस जेवी विस्तारा एयर इंडिया के कुछ विभाग खरीदना चाहती है। सरकार विमानन कंपनी एयर इंडिया में केवल 24 फीसदी ही अपनी हिस्सेदारी रखेगी। बता दें कि एयर...
नई दिल्ली (अनिल सलवान): सरकारी एयरलाइंस कंपनी एयर इंडिया को बेचने की प्रक्रिया लगभग शुरू हो चुकी है। टाटा संस-सिंगापुर एयरलाइंस जेवी विस्तारा एयर इंडिया के कुछ हिस्सा खरीदना चाहती है। सरकार विमानन कंपनी एयर इंडिया में केवल 24 फीसदी ही अपनी हिस्सेदारी रखेगी। बता दें कि एयर इंडिया पर 70 हजार करोड़ रुपए का लोन बकाया है।
4 विभागों में बांटा गया
सिंगापुर एयरलाइंस के मैनेजर (भारत) डेविड लिम ने कहा कि सिंगापुर एयरलाइंस ने पहले ही भारत के टाटा समूह के साथ एक पूर्ण सेवा वाले घरेलू वाहक, विस्तारा को स्थापित करके भारतीय बाजार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखा दी है। सिंगापुर एयरलाइंस भारत में सप्ताह में 98 उड़ानें संचालित करती है और गर्मियों में इनकी संख्या 104 तक बढ़ने की योजना बना रही है। बता दें कि एयर इंडिया को AI-AI एक्सप्रेस AI SATS, ग्राउंड हैंडलिंग यूनिट, इंजिनियरिंग यूनिट और अलायंस एयर में बांटा गया और इन्हें बेचने के लिए अलग-अलग ऑफर किया जाएगा।
कंपनी पर 70 हजार करोड़ का लोन
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एयर इंडिया की बिक्री के लिए सबसे जरूरी चरण उसकी शुरूआत का है। सरकार अपने बचे हुए कार्यकाल में बिक्री की प्रक्रिया को पूरा करना चाहती है। बिक्री से जो पैसा आएगा उससे सरकार एयर इंडिया के 70,000 करोड़ रुपए के लोन को पूरा करने की कोशिश करेगी।