Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jan, 2018 11:12 AM
ट्रेन में चोरी होना आम बात है। मगर एक दम्पति का सामान चोरी होना रेलवे को महंगा पड़ गया। अब रेलवे दम्पति को सवा लाख मुआवजा अदा करेगा।
नई दिल्ली: ट्रेन में चोरी होना आम बात है। मगर एक दम्पति का सामान चोरी होना रेलवे को महंगा पड़ गया। अब रेलवे दम्पति को सवा लाख मुआवजा अदा करेगा।
क्या है मामला
उर्मिला चड्ढा और उनके पति सुशील 5 साल पहले बेंगलुरू से दिल्ली एक शादी में शामिल होने के लिए संपर्क क्रांति एक्सप्रैस के सैकेंड ए.सी. कोच में सफर कर रहे थे। सफर के दौरान रात में जब उर्मिला वॉशरूम जाने के लिए उठी और थोड़ी देर बाद अपनी सीट पर लौटी तो उनका बैग गायब था। उस बैग में गहनों के अलावा 16 हजार रुपए नकद भी थे। बाद में इस बुजुर्ग दम्पत्ति को पता चला कि उनका बैग गोंडा रेलवे पुलिस स्टेशन के पास है। दम्पत्ति ने गोंडा पहुंचकर जब अपना बैग देखा तो उनके होश उड़ गए क्योंकि बैग खाली था। इसे लेकर दम्पत्ति दिल्ली जिला उपभोक्ता फोरम में गई और अपनी शिकायत में नकदी के साथ ही 5 लाख रुपए कीमत के गहने चोरी होने का आरोप लगाया। दम्पत्ति ने इस मामले में रेलवे की लापरवाही पर भी सवाल खड़े किए।
यह कहा फोरम ने
जिला उपभोक्ता फोरम ने ये मानते हुए कि ट्रेन में सफर करने वाले लोगों की सुरक्षा और उनकी संपत्ति की जिम्मेदारी रेलवे की होती है। दम्पत्ति को 15 हजार का मुआवजा दिया। इस फैसले से असंतुष्ट बुजुर्ग दम्पत्ति ने राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण कमीशन का रुख किया। जहां उन्हें चोरी के बाद हुई मानसिक और आॢथक परेशानी के लिए सवा लाख का मुआवजा मिला।