Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Jun, 2017 02:13 PM
भारत में कई कारें ऐसी हैं जिनमें स्पेशल फ्यूल की जरूरत पड़ती है जो हर जगह उपलब्ध नहीं होता।
नई दिल्लीः भारत में कई कारें ऐसी हैं जिनमें स्पेशल फ्यूल की जरूरत पड़ती है जो हर जगह उपलब्ध नहीं होता। देशभर में कुछ पैट्रोल पंप ही ऐसे हैं जहां आपको इन कारों के लिए पैट्रोल मिल सकता है। सुपरकार्स, स्पोर्ट्स कार और लग्जरी स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल्स या सेडान को स्पेशल फ्यूल की जरूरत पड़ती है जो कि हर पैट्रोल पंप पर नहीं मिलता।
इस आधार पर बांटा जाता है पैट्रोल को
पैट्रोल को उनकी शुद्धता और रीफाइनमेंट के आधार पर बांटा जाता है। यहां 87, 88, 89, 90, 91, 93, 97 और 99 ऑक्टेन रेटिंग के पैट्रोल हैं। भारत में ज्यादातर कार मैन्युफैक्चरर्स 87 से 93 ऑक्टेन की रेट का सुझाव देते हैं, जिसे रेग्युलर फ्यूल भी कहा जाता है। लेकिन हाई ऐंड इंजन, वी 6, टर्बो जेट इंजन, सुपरकार्स और स्पोर्ट्स कार को हाई ऑक्टेन के साथ ज्यादा कम्बशन की जरूरत पड़ती है ताकि वह ज्यादा एफिशियंसी प्रोडयूस कर सकें। ऐसे में इन कारों में केवल 93 से 97 और उससे ज्यादा ऑक्टेन वाले प्रीमियम फ्यूल ही डाला जा सकता है।
गलत फ्यूल डालने से होगा यह नुक्सान
सभी कारों के इंजन स्पेसिफिक ऑक्टेन नंबर के हिसाब से बनाए जाते हैं। ज्यादा ऑक्टेन नंबर पर इंजन चलाने से कोई असर नहीं पड़ेगा। हालांकि, सुझाव से कम ऑक्टेन नंबर पर यदि इंजन चलाया जाता है तो कार का इंजन खराब हो जाएगा। कई बार इसमें आग लगने का भी खतरा बन जाता है। मौजूदा समय में हिंदुस्तान पैट्रोलियम का 'पावर 99' केवल बेंगलुरु में ही है। नया हाई परफॉर्मेंस फ्यूल 'पावर 99' हिंदुस्तान पैट्रोलियम द्वारा लांच किया गया है। इसे खासतौर पर हाई परफॉर्मेंस कारों और एस.यू.वी. के लिए बनाया गया है।
इन कारों में डलता है यह पैट्रोल
भारत में यह पैट्रोल फरारी एफ.एफ., फरारी 488, फरारी 458 स्पेशल, फरारी कैलिफोर्निया टी, लम्बोर्गिनी हुराकेन, लम्बोर्गिनी एवेंडोर, ऑडी आर8, निसान जीटी-आर, जैगुआर एफ-टाइप, पोर्चे 911, मर्सडीज-बेंज ए.जी.एम., एस्टन मार्टिन डी.बी.एस. कारों में डलता है।