Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Sep, 2017 02:38 PM
माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सत्य नडेला ने कहा कि टेक्नोलॉजी लोगों की क्षमताओं को सशक्त...
अमरीकाः माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सत्य नडेला ने कहा कि टेक्नोलॉजी लोगों की क्षमताओं को सशक्त बनाने में मदद करने वाली होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी ऐसी नहीं होनी चाहिए जो मानवता का अनादर करे बल्कि समावेश का नया स्तर उपलब्ध कराने वाली होनी चाहिए।
लोगों को सशक्त करने के लिए तकनीक का प्रयोग
फ्लोरिडा के ओरलैंडो में इग्नाइट सम्मेलन को संबोधित करते हुए नडेला ने कहा, ‘‘जब हम तकनीक की बात करते हैं तो तकनीकविदों और नीति निर्माताओं के रुप में हम जो काम करते हैं उसके असीमित मूल्य को ध्यान में रखना होगा कि तकनीक का उपयोग लोगों को सशक्त करने में कैसे करने जा रहे हैं?’’ उन्होंने कहा, ‘‘तकनीक के हर भाग को मानव जाति की क्षमता को बढ़ाने में मदद करने वाला होना चाहिए। निश्चित तौर पर हमें अधिक उत्पादकता और क्षमता चाहिए लेकिन हम मानवता को नीचे नहीं रखना चाहते।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम निश्चित रूप से अधिक उत्पादकता और दक्षता चाहते हैं लेकिन मानवता का अनादर नहीं करना चाहते। हम ऐसी तकनीक चाहते हैं जो नए स्तर पर समावेश उपलब्ध कराए। वास्तव में वह स्वयं तकनीक की पहुंच को लेकर ज्यादा उत्सुक हैं।’’ नडेला का यह संबोधन साथ-साथ 12 भाषाओं में अनुवादित किया गया जिसके लिए आर्टफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग किया गया।
हर एक शब्द को बहुत गंभीरता से लेता है माइक्रोसॉफ्ट
नडेला ने कहा, ‘‘हमें यह देखना है कि कैसे तकनीक का उपयोग करते हुए और ज्यादा लोगों को हमारे समाज, हमारी अर्थव्यवस्था में पूरा भागीदार बना सकते हैं? हम कैसे सुनिश्चित कर सकते हैं कि तकनीक में कोई पक्षपात तो नहीं है? हम कैसे विश्वास बना सकते हैं कि हम डाटा, निजता, नियंत्रण और पारदिर्शता को सुरक्षित रखते हैं?’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह कभी ना मिटने वाले मूल्य है और यह डिजिटल परिवर्तन का अवसर है जो हमें माइक्रोसॉफ्ट में हमारे मिशन को आधार देता है। नडेला ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट अपने मिशन के हर एक शब्द को बहुत गंभीरता से लेता है। उन्होंने कहा कि हम इसे वैश्विक स्तर पर चला रहे हैं लेकिन हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण हमारी तकनीक नहीं है बल्कि यह है कि आप उस तकनीक के साथ खुद की तकनीक बनाने के लिए क्या कर सकते हैं ताकि हमारे समाज पर उसका वास्तविक प्रभाव पड़े और अर्थव्यवस्था आगे बढ़े।