Edited By ,Updated: 08 Oct, 2016 02:59 PM
देश की तीसरी सबसे बड़ी सौंदर्य प्रसाधन कंपनी लाेरियल के भारत में बने प्राेडक्ट्स में परीक्षण के दाैरान अधिक मात्रा में पारा पाया गया है।
नई दिल्लीः देश की तीसरी सबसे बड़ी सौंदर्य प्रसाधन कंपनी लाेरियल के भारत में बने प्राेडक्ट्स में परीक्षण के दाैरान अधिक मात्रा में पारा पाया गया है। महाराष्ट्र के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) द्धारा किए गए इस टेस्ट में यह खुलासा हुअा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, त्वचा संबंधी इन 5 उत्पादाें में पारे की उपस्थिति गुर्दे काे हानि पहुंचा सकती है और साथ ही त्वचा के रोगों काे भी बढ़ा सकती है।
कितनी मात्रा में मिली मरकरी
महाराष्ट्र दवा नियामक की परीक्षण रिपोर्ट में क्रमश: लाेरियल के गार्नियर मेन पावर लाइट इंटेनसिव फेयरनेस फेसवाश में 0.6 प्रति मिलियन (पीपीएम), गार्नियर मैन पावर में लाईट स्वैट + अायल कंट्राेल फेयरनेस मोस्चुराइजर में 1.02 पीपीएम,
लाेरियल पर्ल परफेक्ट फेयरनैस + सुथिंग क्रीम / नाइट में 1.69 पीपीएम, लाेरियल पर्ल परफेक्ट फेयरनैस + मोस्चुराइडिंग क्रीम/ डे में 1.87 पीपीएम और लाेरियल पर्ल परफेक्ट री-लाईटनिंग वाईटनिंग फेशियल फाेम में 2.38 पीपीएम की उपस्थिति पाई गई है।
मरकरी उत्पादाें पर है राेक
पुणे में कंपनी के चाकन संयंत्र में बने इन पांच उत्पादाें पर इस साल अप्रैल में टेस्ट किया था। जबकि औषधि और प्रसाधन सामग्री नियम 1945 के मुताबिक, भारत में कोई भी पारा युक्त कॉस्मेटिक उत्पादाें का निर्माण नहीं किया जाएगा। नतीजतन, राज्य FDA ने प्लाज्मा मास स्पेक्ट्रोमेट्री (ICP-MS) के माध्यम से उत्पादों के परीक्षण के बाद अपनी परीक्षण रिर्पाेट में इसे 'मिलावटी' करार दिया है।