Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jul, 2017 01:34 PM
वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की आईटी प्रणाली की जिम्मेदारी संभालने वाली कंपनी जीएसटी नेटवर्क (जीएसटीएन) ने सभी
नई दिल्लीः वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की आई.टी. प्रणाली की जिम्मेदारी संभालने वाली कंपनी जीएसटी नेटवर्क (जीएसटीएन) ने सभी बिलों को अपलोड करने के लिए आज से अपने सिस्टम को शुरू कर दिया है लेकिन करदाता अभी भी उलझन में है। उनका कहना है कि उन्हें चीजों को समझने और बिलों की अपलोडिंग करने में अभी कुछ दिन और लगेंगे। हालांकि यह अनिवार्य नहीं है कि तत्काल बिलों को अपलोड किया जाए और कंपनियां जब भी चाहें बिक्री के बाद बिल अपलोड कर सकती हैं।
जीएसटीएन के मुख्य कार्याधिकारी प्रकाश कुमार ने कहा कि सिस्टम लाइव हो गया है। इससे पहले भी जीएसटीएन ने बिलों को अपलोड करने की अनुमति दी थी लेकिन यह सुविधा प्रदाताओं, कर सलाहकारों और कुछ कर अधिकारियों तक ही सीमित थी। उन्होंने कहा कि बिलों को सुविधा प्रदाताओं के माध्यम से अपलोड करवाया जा सकता है और साथ करदाता खुद भी बिल अपलोड कर सकते हैं इसके लिए जी.एस.टी.एन. ने 30 जून को एक्सेल प्रारूप और ऑफलाइन टूल जारी किया था। क्लियरटैक्स के संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी अर्चित गुप्ता, जो सुविधा प्रदाता भी हैं, ने कहा कि करदाताओं को उस पेज को तलाशने में कठिनाई हो सकती है, जहां उन्हें बिलों को अपलोड करना है।