Edited By ,Updated: 10 May, 2017 01:24 PM
भारतीय रेलवे बिना गार्डों के 1000 ट्रेनों के संचालन के लिए प्रगतिशील उपकरण खरीदने के लिए 100 करोड़ रुपए तक की वैश्विक निविदाएं जारी करेगा।
नई दिल्लीः भारतीय रेलवे बिना गार्डों के 1000 ट्रेनों के संचालन के लिए प्रगतिशील उपकरण खरीदने के लिए 100 करोड़ रुपए तक की वैश्विक निविदाएं जारी करेगा। वगुड्स ट्रेन के आखिरी डिब्बे में गार्ड की जगह EOTT सिस्टम लगाए जाएंगे जिसके जरिए ड्राइवर और अंतिम कोच के बीच संपर्क बनाया जाएगा। इस उपकरण को गार्ड के स्थान पर काम करने के लिए बनाया गया है जो ट्रेन के पीछे की तरफ से बोगियों या डिब्बों के अलग होने की स्थिति में इंजन के चालक को संकेत देता है।
क्या है EoTT सिस्टम
इस प्रोजेक्ट में शामिल रेलवे मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, हम इसके लिए निविदाएं जारी करेंगे। मौजूदा वित्तीय वर्ष में 1000 ट्रेनों में EoTT सिस्टम लगा दी जाएगी। ‘एंड ऑफ ट्रेन टेलीमेट्री (EoTT)’ नाम का एक उपकरण से लोकोमोटिव ड्राइवर और ट्रेन के अंतिम कोच के बीच संपर्क बनाया जाएगा ताकि यह पता चल सके कि ट्रेन सभी कोच और बोगियों के साथ सही तरीके से चल रही है। इस उपकरण को गार्ड की तरह डिजायन किया गया है, जो कोच या बोगी के अलग हो जाने के मामले में लोको ड्राइवर को सूचित कर सके।
उन्होंने बताया कि इंजन में एक ट्रांसमीटर लगा होता है और ट्रेन के आखिरी डिब्बे में एक रिसीवर होता है। ट्रांसमीटर और आखिरी डिब्बे के बीच नियमित अंतराल पर सिग्नलों का आदान-प्रदान होता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ट्रेन बिना किसी रूकावट के चल रही है। अगर दोनों डिब्बों के बीच संचार में रूकावट होगी तो चालक को सिग्नल मिल जाएगा कि ट्रेन के डिब्बे अलग हो गए हैं। इससे पहले रेलवे ने ई.ओ.टी.टी. सिस्टम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था। 1000 ट्रेनों में ईओटीटी सिस्टम के मौजूदा वित्त वर्ष से शुरू होने की संभावना है।