Edited By ,Updated: 15 May, 2017 12:52 PM
देश की नंबर वन टू-व्हीलर कंपनी हीरो मोटोकॉर्प की बादशाहत पर खतरा बढ़ता जा रहा है।
नई दिल्लीः देश की नंबर वन टू-व्हीलर कंपनी हीरो मोटोकॉर्प की बादशाहत पर खतरा बढ़ता जा रहा है। हीरो मोटाकॉर्प को लगातार जापान की टू-व्हीलर कंपनी होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर्स इंडिया (HMSI) से कड़ी टक्कर मिल रही है। अप्रैल माह के दौरान होंडा की सेल्स हीरो मोटोकॉर्प से मात्र 2 फीसदी कम रह गई है। ऐसे में मासिक आधार पर होंडा टू-व्हीलर्स नंबर वन बनने के करीब है। हालांकि, सालाना आधार पर कब भी हीरो मोटोकॉर्प का वॉल्यूम ज्यादा है।HSMI के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (सेल्स एंड मार्केटिंग) वाई. एस. गुलेरिया ने कहा कि होंडा के बी.एस.-4 पोर्टफोलियो के आने से डिमांड वापस लौट आई है।
डोमेस्टिक मार्केट में होंडा की सेल्स 34 फीसदी बढ़कर 5.7 लाख यूनिट्स रही। पहली बार कंपनी का मार्केट शेयर 30 फीसदी से ज्यादा हुआ है। होंडा टू-व्हीलर्स की स्पोक्सपर्सन के अनुसार बताया कि 2016-17 में एक्टिवा ने मोटरसाइकिल्स को ओवरटेक कर दिया और भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाला टू-व्हीलर ब्रांड बन गया। होंडा देश में स्कूटर्स को नेक्स्ट लेवल पर ले जाने के लिए तैयार है और यह टियर-2 और टियर-3 शहरों में दिखने भी लगा है।
पहली बार कोई कंपनी हीरो मोटोकॉर्प की सेल्स के इतने करीब
हीरो मोटोकॉर्प की सेल्स अप्रैल 2017 में 5.91 लाख यूनिट्स रही है। इसमें सालाना आधार पर 3.4 फीसदी की गिरावट आई है। मासिक आधार पर हीरो और होंडा की सेल्स में अब केवल 2 फीसदी का अंतर रह गया है। ऐसा पहली बार हुआ है कि हीरो मोटोकॉर्प की सेल्स के इतने करीब कोई कंपनी पहुंची है। होंडा एक्टिवा की अगुवाई में स्कूटर्स इंडस्ट्री तेजी से आगे बढ़ रही है। कंपनी ने अप्रैल 2017 में 3.68 लाख स्कूटर्स बेचे हैं जो कि पिछले साल के मुकाबले 40 फीसदी ज्यादा है। वहीं, हीरो की स्प्लेंडर बीते कई महीनों से एक्टिवा के पीछे चल रही है। मार्च 2017 में होंडा एक्विटा की सेल्स 2.39 लाख यूनिट्स रही जबकि स्प्लेंडर की सेल्स 2.25 लाख यूनिट्स थी।
होंडा ने फाइनेंशियल ईयर 2017-18 के लिए 60 लाख यूनिट्स का टारगेट रखा गया है। कंपनी एक साल में 10 लाख यूनिट्स ज्यादा बेचने की उम्मीद कर रही है। वहीं, हीरो मोटोकॉर्प ने पिछले साल 68.4 लाख यूनिट्स बेची थीं। अगर हीरो पिछले साल की सेल्स को भी बरकरार रखती है तो भी वह होंडा से 8 लाख यूनिट्स ज्यादा रहेगी।