Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jun, 2017 02:59 PM
तकरीबन 12 साल पहले एक स्थानीय डिलिवरी मैनेजर के तौर पर काम करने वाले अंबूर अयप्पा आज करोड़पति हैं। वह फ्लिपकार्ट में काम करते हैं।
नई दिल्लीः तकरीबन 12 साल पहले एक स्थानीय डिलिवरी मैनेजर के तौर पर काम करने वाले अंबूर अयप्पा आज करोड़पति हैं। वह फ्लिपकार्ट में काम करते हैं। कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ बिन्नी बंसल ने एक ट्वीट कर कहा था कि शुरुआती दिनों में वह उनका (अयप्पा का) काम आसान करने के लिए ही बहुत कोडिंग करते थे। अयप्पा तमिलनाडु के वेल्लोर जिला स्थित अंबूर में पले-बढ़े। अंबूर बिरयानी और चमड़ा उद्योग के लिए जाना जाता है। अंबूर में अपनी शुरुआती पढ़ाई करने के बाद वह डिप्लोमा करने के लिए होसुर आ गए। डिप्लोमा पूरा करने के बाद उन्हें भारी वाहन बनाने वाली कंपनी अशोक लीलैंड में अप्रेन्टिसशिप मिल गई।
कुछ समय बाद वह बेंगलुरु आ गए और यहां पर उन्होंने फर्स्ट फ्लाइट कुरियर में डिलिवरी बॉय की नौकरी जॉइन कर ली। वहां पर अपने चार साल के करियर में वह साउथ बेंगलुरु के लिए आने वाले सभी कुरियरों को मैनेज करने लगे। काम करते हुए एक दिन उन्हें लगा कि खुद की प्रतिभा निखारने के लिए उन्हें तीन महीने का एक कोर्स करने की जरूरत है। इसके लिए वह कंपनी से छुट्टी लेकर कोर्स करने चले गए। जब वह वापस लौटे तो फर्स्ट फ्लाइट में उनके लिए जगह खाली नहीं थी। उस दौरान फर्स्ट फ्लाइट फ्लिपकार्ट के चार कुरियर पार्टनर्स में से एक था। फ्लिपकार्ट की पहचान भी तब बुकसेलर साइट के रूप में थी। अयप्पा को फ्लिपकार्ट का कामकाज देखने वाले एक डिलिवरी बॉय से पता चला कि कंपनी को एक इनहाउस लॉजिस्टिक पर्सन की जरूरत है।
अयप्पा इसके बाद फ्लिपकार्ट के ऑफिस गए और कंपनी के फाउंडर्स सचिन बंसल और बिन्नी बंसल से मुलाकात की। वह याद करते हुए बताते हैं कि फाउंडर्स ने उनके साथ इंग्लिश में बातचीत की थी और पूरी बात डिलिवरी से संबंधित थी। उन्हें नौकरी मिल गई और फ्लिपकार्ट के पहले एंपलॉयी बन गए। वह बताते हैं कि उन्हें करीब एक साल बाद ऑफर लेटर मिला क्योंकि उस दौरान कंपनी में कोई एचआर टीम नहीं थी।
फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर बिन्नी ने अयप्पा को 'ह्यूमन ईआरपी' बताया। फ्लिपकार्ट ब्लॉग पर उन्होंने लिखा, 'अयप्पा को पता होता था कि कौन सी बुक खरीदनी है और कौन सा कस्टमर डिलिवरी के लिए इंतजार कर रहा है। जब भी कस्टमर कॉल करते थे तो अयप्पा सिस्टम में बिना देखे बता देते थे कि उसके ऑर्डर का क्या स्टेटस है।'