Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Aug, 2017 12:48 PM
अगर आप इस त्योहारी मौसम में कंपनियों और रिटेलरों की तरफ से मुफ्त पेशकश और गिफ्ट वाउचर की
नई दिल्लीः अगर आप इस त्योहारी मौसम में कंपनियों और रिटेलरों की तरफ से मुफ्त पेशकश और गिफ्ट वाउचर की उम्मीद कर रहे हैं तो शायद आपको निराशा हाथ लग सकती है। इसे वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का ही असर मानिए कि इस बार कंपनियां मुफ्त पेशकश और गिफ्ट वाउचर से हाथ झाडऩे की तैयारी कर रही हैं। अक्सर त्योहारी मौसम में कंपनियां और रिटेलर ग्राहकों के लिए गिफ्ट वाउचर और मुफ्त पेशकश जैसी योजनाएं लाती हैं। लेकिन इस बार ऐसा नहीं होने जा रहा है क्योंकि जीएसटी के अनुपालन की जटिलताओं से बचने के लिए रिटेलर सीधी छूट को वरीयता दे रहे हैं।
गिफ्ट देने के बजाय मिलेगी सीधी छूट
वेरो मोडा, ऐंड और ऑनली जैसे ब्रांड का संचालन करने वाली कंपनी बेस्टसेलर के एक अधिकारी ने बताया कि कंपनी ने उपभोक्ताओं को गिफ्ट देने के बजाय सीधी छूट देनी शुरू कर दी है। जी.एस.टी. के तहत किसी भी तरह की मुफ्त पेशकश और तोहफे पर कर का प्रावधान है। निर्माता कंपनी या रिटेलर किसी उत्पाद के बिकने या मुफ्त में दिए जाने पर तभी इनपुट टैक्स क्रेडिट की सुविधा ले सकते हैं जब उसका कोई मूल्य हो। शून्य कीमत वाले उत्पाद पर न केवल निर्माता कंपनी या रिटेलर को कर की राशि खुद ही वहन करनी होगी बल्कि वे इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा भी नहीं कर सकेंगे।