Edited By ,Updated: 03 Feb, 2017 04:25 PM
किसान संगठनों ने बजट में सिगरेट और तंबाकू उत्पादों पर उत्पाद शुल्क वृद्धि पर निराशा जताई है।
नई दिल्ली: किसान संगठनों ने बजट में सिगरेट और तंबाकू उत्पादों पर उत्पाद शुल्क वृद्धि पर निराशा जताई है। फेडरेशन आफ ऑल इंडिया फार्मर एसोसिएशन (एफएआईएफए) ने कहा कि इससे तंबाकू किसानों को आजीविका का संकट पैदा हो जाएगा। सरकार ने किसानों के हितों की अनदेखी कर यह कदम उठाया है।
विभिन्न राज्यों के किसानों का प्रतिनिधित्व करने वाले एफएआईएफए ने कहा कि सिगरेट पर उत्पाद शुल्क में बढ़ौतरी से घरेलू तंबाकू उत्पादों की आमदनी और प्रभावित होगी। इस संगठन में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और गुजरात सहित अन्य राज्यों के किसान शामिल हैं। एफएआईएफए के महासचिव मुरली बाबू ने बयान में कहा, ‘‘बजट में शुल्क वृद्धि की घोषणा तंबाकू किसानों के लिए एक बड़ा झटका है। ये किसान पहले ही अपने उत्पादों की मांग में गिरावट की वजह से परेशानी झेल रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि किसानों की आमदनी में कमी तथा गंभीर वित्तीय संकट की वजह से तंबाकू उत्पादक राज्यों आंध्र प्रदेश, तेलंगाना तथा कर्नाटक में पिछले साल किसानों द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले भी सामने आए हैं। एफएआईएफए ने कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेतली से तंबाकू किसानों को भारी कराधान के बोझ से बचाने की अपील की गई थी, लेकिन उनकी इस मांग को अनसुना कर दिया गया।