Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Jan, 2018 12:21 PM
ब्रिटेन भारत व्यापार परिषद (यूकेआईबीसी) तथा कनफेडरेशन आफ ब्रिटिश इंडस्ट्री (सीबीआई) ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से आगामी बजट में कॉरपोरेट कर की दर को कम करने की अपील की है। इसके अलावा कुछ क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) पर अंकुशों को...
नई दिल्लीः ब्रिटेन भारत व्यापार परिषद (यूकेआईबीसी) तथा कनफेडरेशन आफ ब्रिटिश इंडस्ट्री (सीबीआई) ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से आगामी बजट में कॉरपोरेट कर की दर को कम करने की अपील की है। इसके अलावा कुछ क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) पर अंकुशों को समाप्त करने की भी मांग की गई है।
यूकेआईबीसी के मुख्य परिचालन अधिकारी केविन मैकोल ने कहा, ‘‘हमने सरकार से कॉरपोरेट कर की दरों को कम करने और एक सुगम तथा अनुकूल कर प्रणाली को लागू करने को कहा है जिससे भारत में ब्रिटिश निवेश को प्रोत्साहित किया जा सके। हम और श्रम सुधार तथा कारोबार करने की स्थिति को और सुगम चाहते हैं, जिससे ब्रिटेन की कंपनियों को भारत में भारी कारोबारी अवसर मिल सकें।’’ किसी अन्य देश की तुलना में ब्रिटेन की कंपनियां भारत में निवेश के अवसरों का अधिक लाभ उठा रही हैं।
ब्रिटेन जी-20 में भारत में सबसे बड़ा निवेशक है। ब्रिटेन का भारत में निवेश 24 अरब डॉलर है। इसी के साथ भारत ब्रिटिश कंपनियों के लिए भारत में चौथा सबसे बड़ा निवेश गंतव्य है। मैकोल ने कहा कि विश्व बैंक की कारोबार सुगमता रैंकिंग में भारत की स्थिति में जो 30 पायदान का सुधार आया है वह भारत में कारोबार करने की इच्छुक कंपनियों के लिए उत्साहवर्धक है।