Edited By ,Updated: 07 Aug, 2016 03:40 PM
दलहन की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बाद बाजार में अधिक आपूर्ति होने से पर्याप्त स्टॉक के मुकाबले मौजूदा स्तर पर मांग में कमी
नई दिल्ली: दलहन की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बाद बाजार में अधिक आपूर्ति होने से पर्याप्त स्टॉक के मुकाबले मौजूदा स्तर पर मांग में कमी के कारण दिल्ली के थोक दाल दलहन बाजार में लगातार दूसरे सप्ताह कीमतों में कमजोरी का रुख कायम रहा। इसके कारण चना और अरहर की अगुवाई में दलहन कीमतों में गिरावट आई। हालांकि छिटपुट मांग के कारण मूंग और इसकी दाल की कीमतों में तेजी आई।
बाजार सूत्रों ने कहा कि बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार द्वारा किए ये उपायों के बाद पर्याप्त स्टॉक होने तथा बाजार में उपलब्धता की स्थिति में सुधार के कारण मुख्यत: चना और अन्य दलहनों की कीमतों पर दबाव रहा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा मौजूदा स्तर पर फुटकर विक्रेताआें की मांग घटने कारण कीमतों में गिरावट आई। सरकार ने सरकारी उपक्रम एम.एम.टी.सी. को बफर स्टॉक के लिए 30,000 टन तुअर और उड़द दाल का आयात करने का निर्देश दिया है। ग्राहकों को राहत प्रदान करने के लिए इन दलहनों की बिक्री बेहद सबसिडीप्राप्त दर पर खुले बाजार में की जा रही है।