Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Sep, 2017 02:13 PM
भारतीय रेलवे यात्रियों को नई सुविधाएं देने के लिए लगातार कोई न कोई प्रयास करती रहती है।
नई दिल्लीः भारतीय रेलवे यात्रियों को नई सुविधाएं देने के लिए लगातार कोई न कोई प्रयास करती रहती है। ऐसे में सेंट्रल रेलवे की मुंबई-गोवा रुट पर आज से रेल यात्रा का एक अलग ही अंदाज यात्रियों को देखने को मिलेगा। ट्रेनों में पारदर्शी विस्टाडोम कोच होंगे। यह पहला ऐसा कोच है जो खासतौर पर यात्रियों को बाहर का खूबसूरत नजारे का अनुभव दिलाने के लिए डिजाइन किया गया है। इन कोचों को दादर-मडगांव जन शताब्दी एक्प्रेस में लगाया गया है
360 डिग्री पर घूमने वाली सीटें
केंद्रीय रेलवे के प्रवक्ता सुनील उदासी ने बताया, 'इस ट्रेन पर यात्रा करने वाले यात्री इस विशेष कोच में रोटेटेबल कुर्सियों पर बैठेंगे। साथ ही इसमें मनोरंजन के लिए हैंगिंग एल.सी.डी. भी लगी होंगी। 40 सीटों वाले इस कोच की लागत 3.38 करोड़ रुपए है। इस ट्रेन में 360 डिग्री पर घूमने वाली चौड़ी सीटें हैं, जिससे सफर में बाहर के नजारों का बेहतरीन अनुभव मिलेगा।
कब और कितने दिन चलेगी ट्रेन
सुनील उदासी के अनुसार, मॉनसून में यह ट्रेन सप्ताह में तीन दिन चलेगी और मॉनसून खत्म होने के बाद सप्ताह में पांच दिन चलेगी। जन शताब्दी एक्सप्रेस के दादर से छूटने का समय सुबह 5.25 बजे है और यह उसी दिन शाम 4 बजे तक मडगांव पहुंच जाती है। विस्टाडोम कोचों को चेन्नई की द इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में बनाया गया है। उदासी ने बताया कि इन कोचों का किराया शताब्दी एक्सप्रेस के एक्जीक्यूटिव क्लास जितना होगा। मूल किराए के अतिरिक्त रिजर्वेशन चार्ज, जी.एस.टी. और कोई अन्य चार्ज जोड़ा जा सकता है। किराए में कोई छूट नहीं मिलेगी और सभी यात्रियों को पूरा किराया चुकाना होगा। न्यूनतम यात्रा दूरी 50 किलोमीटर होगी।