Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Jan, 2018 11:29 AM
संसद में पेश आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि बैंकों को नई पूंजी मिलने और उनके फंसे कर्ज का समाधान करने के जो प्रयास किए जा रहे हैं उससे ऐसा लगता है कि निजी क्षेत्र के निवेश में वापस उछाल आ सकता है। आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि सरकार ने फंसे...
नई दिल्लीः संसद में पेश आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि बैंकों को नई पूंजी मिलने और उनके फंसे कर्ज का समाधान करने के जो प्रयास किए जा रहे हैं उससे ऐसा लगता है कि निजी क्षेत्र के निवेश में वापस उछाल आ सकता है। आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि सरकार ने फंसे कर्ज के बोझ तले दबे सार्वजिनक क्षेत्र के बैंकों के लिए जीडीपी के 1.2 प्रतिशत राशि का पुनर्पूंजीकरण पैकेज घोषित किया है। सरकार ने पिछले सप्ताह ही बैंकिंग क्षेत्र के लिए कई सुधारों की घोषणा की है।
सरकार ने कहा कि वह इसी वित्त वर्ष में 31 मार्च से पहले सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 88,139 करोड़ रुपए की पूंजी डालेगी। आम बजट से पहले जारी आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि ‘‘जैसे जैसे इन दो सुधारों को आगे बढ़ाया जाएगा, कंपनियां अंतत खर्च करना शुरू करेंगी और बैंक आर्थिक रूप से गंभीर प्रभाव वाले क्षेत्रों को कर्ज देना शुरू करेंगे। इनमें ढांचागत और विनिर्माण क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण हैं।’’ इसमें कहा गया है कि निजी क्षेत्र के निवेश में आने वाले समय में उछाल आ सकता है क्योंकि जो कारक अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल असर बनाये हुये थे उनमें अंतत सुधार दिखने लगा है।