Edited By ,Updated: 15 Dec, 2016 03:54 PM
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि पैसे की निकासी पर लगी पाबंदी तभी हटाई जाएगी
नई दिल्लीः सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि पैसे की निकासी पर लगी पाबंदी तभी हटाई जाएगी जब 80% नए नोट छपकर बैंकों तक पहुंच जाएंगे। इस बयान से लगभग साफ हो चुका है कि जल्द ही कैश की कमी जल्द ही दूर हो जाएगी। जनवरी के मध्य से कैश की कमी दूर होने की उम्मीद की जा सकती है क्योंकि करंसी प्रिंटिंग में तेजी आने से डिमांड और सप्लाई का अंतर घट रहा है।
पहले सहकारी बैंकों को निकासी में दी जाएगी ढील
अधिकारी ने कहा कि सबसे पहले को-ऑपरेटिव बैंकों को निकासी की पाबंदी से मुक्त किया जाएगा और जब सारे नोट छप जाएंगे तो पाबंदी पूरी तरह हटा ली जाएगी। अधिकारी के मुताबिक, अब तक बैंकों में जमा करंसी में आधे नए नोट हैं। मतलब, धीरे-धीरे नए नोट बैंकों में आ रहे हैं।
फरवरी तक कैश की कमी हो जाएगी दूर
उम्मीद की जा रही है कि फरवरी तक कैश की तंगी पूरी तरह खत्म हो जाएगी। सीनियर बैंकरों ने बताया कि अगर प्रिंटिंग प्रेस मौजूदा रफ्तार से काम करते रहे तो जनवरी के दूसरे हफ्ते तक पब्लिक को 9 लाख करोड़ रुपए दिए जा चुके होंगे। अगर यह मान लिया जाए कि रद्द घोषित 500 और 1000 रुपए के नोटों वाली 15 लाख करोड़ रुपए की लगभग पूरी रकम दिसंबर के अंत तक बैंकों में आ जाएगी तो नए नोटों में जनवरी के मध्य तक जारी होने वाली रकम इसके 50% से ज्यादा होगी।