Edited By ,Updated: 26 Oct, 2016 12:10 PM
कारोबारी सुगमता को लेकर विश्व बैंक की ताजा रिपोर्ट में भी भारत पिछले साल की तरह 130वें स्थान पर बना हुआ है। रिपोर्ट पर नाखुशी व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार का कहना है
नई दिल्ली: कारोबारी सुगमता को लेकर विश्व बैंक की ताजा रिपोर्ट में भी भारत पिछले साल की तरह 130वें स्थान पर बना हुआ है। रिपोर्ट पर नाखुशी व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार का कहना है कि इसे तैयार करने में उसके शुरू किए दर्जनभर सुधारों को शामिल नहीं किया गया। इस लिस्ट में न्यूजीलैंड पहले स्थान पर है, जबकि पाकिस्ताान 144वें स्थान पर है।
विश्व बैंक की इस रिपोर्ट में 190 अर्थव्यवस्थाओं का विभिन्न मानकों पर मूल्यांकन किया है। हालांकि, भारत की पिछले साल की रैंकिंग को परिवर्तित करके 131 करने पर भारत की रैंकिंग में एक स्थान का सुधार हुआ है। औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग (डी.आई.पी.पी.) के सचिव रमेश अभिषेक ने कहा कि दिवालियापन संहिता बनाने, जी.एस.टी., निर्माण योजना की मंजूरी के लिए एकल खिड़की व्यवस्था, ई.एस.आई.सी. और ई.पी.एफ.ओ. पंजीकरण की ऑनलाइन व्यवस्था जैसे करीब दर्जनभर महत्वपूर्ण सुधारों को इस साल विश्व बैंक ने स्वीकार नहीं किया।
उन्होंने कहा कि सुधारों को आगे बढ़ाने, संबंधित पक्षों से विचार-विमर्श करने और सुधारों के परिपालन की निगरानी के लिए विभाग एक बाहरी एजैंसी को नियुक्त करेगा। इसके अलावा सुधारों के कार्यान्वयन में शामिल विभागों से प्रेक्षकों की नियुक्ति के लिए भी कहा जाएगा। वे व्यापार और उद्योग जगत की प्रतिक्रियाएं भी हासिल करेंगे।
वीडियो देखने के लिए
क्लिक करें