Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Dec, 2017 09:05 AM
केंद्रीय वैज्ञानिक उपकरण संस्थान सी.एस.आई.ओ. व सी.एस.आई.आर. के वैज्ञानिकों ने ऐसे उपकरणों के डिजाइन तैयार किए हैं जो एयरक्राफ्ट पायलट को टारगेट की सही जानकारी देने के साथ साथ नेविगेशन और हथियारों की जानकारी भी देगा। पायलट अपनी राय भी भेज सकेगा जिससे...
चंडीगढ़(ब्यूरो) : केंद्रीय वैज्ञानिक उपकरण संस्थान सी.एस.आई.ओ. व सी.एस.आई.आर. के वैज्ञानिकों ने ऐसे उपकरणों के डिजाइन तैयार किए हैं जो एयरक्राफ्ट पायलट को टारगेट की सही जानकारी देने के साथ साथ नेविगेशन और हथियारों की जानकारी भी देगा। पायलट अपनी राय भी भेज सकेगा जिससे तालमेल में सुधार होगा और पायलट स्टिक निशाना लगा सकेगा।
इस नई तकनीक को एच.यू.डी. एम.के.-1, एच.यू.डी. एम.के.-1 एन, एच.यू.डी. एम.के.-1 एन.पी. व एच.यू.डी.-एच. सीरीज का नाम दिया गया है। संस्थान के प्रवक्ता के अनुसार मल्टी हैड अप डिस्प्ले टैस्ट प्लेटफार्म भी डिजाइन किया गया है जिसकी मदद से एयरक्राफ्ट की उड़ान से पहले और उड़ान के बाद की तमाम जानकारियां प्राप्त कर उसका अध्ययन किया जा सकेगा। डिजाइन इस प्रकार तैयार किया है जिसे किसी भी एयरक्राफ्ट के प्लेटफार्म में इस्तेमाल किया जा सकता, चाहे वह थल सेना का हो, वायुसेना का हो या नेवी का।
उक्त तकनीक को आज ही सरकार के उपक्रम भारत इलैक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड पंचकूला को भेज दी गई है जहां उपकरणों का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा बोर साइटिंग सिस्टम (बी.एस.एस.) नामक ऑप्टो माकन्ट्रोनिक एयर क्राफ्ट ग्राऊंड उपकरण भी डिजाइन किया गया है जिसे सैंटर फॉर मिलिट्री एरवॉॢथनैस चंडीगढ़ द्वारा सॢटफाई किया गया जिसमें हैड अप डिस्प्ले ऑप्टिकल डिस्प्ले व कॉकपिट डिस्प्ले की मदद से एयरक्राफ्ट की सही पोजीशन का पता लगाया जा सकेगा। भविष्य में उक्त डिजाइन तीनों सेनाओं के खेमों में उपकरणों के रूप में जगह बना लेंगे।