Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jan, 2018 08:30 AM
धनास निवासी दलजीत सिंह ने सैक्टर-16 स्थित एक निजी क्लीनिक का संचालन कर रहे डॉक्टर पर आरोप जड़ा है कि उसकी लापरवाही से अढ़ाई साल के बच्चे की जान चली गई।
चंडीगढ़(सुशील) : धनास निवासी दलजीत सिंह ने सैक्टर-16 स्थित एक निजी क्लीनिक का संचालन कर रहे डॉक्टर पर आरोप जड़ा है कि उसकी लापरवाही से अढ़ाई साल के बच्चे की जान चली गई। बच्चे की मौत के बाद गुस्साए लोगों ने डाक्टर की कोठी के सामने नारेबाजी की। परिजनों ने आरोप लगाया कि बच्चे की मौत दवाई की ओवरडोज के चलते हुए है।
डॉक्टर का कहना है कि बच्चे को सही मात्रा में ही डोज दी गई थी। नारेबाजी की सूचना मिलते ही सैक्टर-17 थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दंपति से शिकायत मांगी तो बच्चे के परिजनों ने इन्कार कर दिया। 18 जनवरी को दंपति अढ़ाई माह के बच्चे की रैगुलर वैक्सिनेशन के लिए निजी डॉक्टर के क्लीनिक आए थे।
इस टीकाकरण के बाद बच्चे को बुखार हो गया था। फिर अगले दिन दंपति बच्चे को लेकर अस्पताल में आए और डॉक्टर ने बच्चे की जांच करने के बाद उसे 5 इंजैक्शन लगा दिए। हालत खराब होने पर डाक्टर ने दंपति को बच्चों को पी.जी.आई. लेकर जाने को कहा था। पी.जी.आई. में बच्चे को पहुंचाया गया तो वहां उसकी मौत हो गई। पीड़ित परिवार ने पुलिस शिकायत नहीं दी क्योंकि पीड़ित दंपति का कहना था कि वह नहीं चाहते बच्चे का पोस्टमार्टम हो।