Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Nov, 2017 12:32 AM
चंडीगढ़ के वन क्षेत्र में कचरा फैंकने व अब एक निगम पार्षद के साथ एक ऑडियो टेप में कथित रूप से लेने देने की बात करने के मामले में चर्चा में आई लायंस सर्विसेज लिमिटेड की प्रबंधन टीम ने इन घटनाओं को झूठ व कंपनी को बदनाम करने की साजिश करार दिया है।
चंडीगढ़, (राय): चंडीगढ़ के वन क्षेत्र में कचरा फैंकने व अब एक निगम पार्षद के साथ एक ऑडियो टेप में कथित रूप से लेने देने की बात करने के मामले में चर्चा में आई लायंस सर्विसेज लिमिटेड की प्रबंधन टीम ने इन घटनाओं को झूठ व कंपनी को बदनाम करने की साजिश करार दिया है।
पिछले कल निगम सदन में ऑडियो टेप वायरल होने का मामला आया व सभी पार्षद इसकी व्यापक जांच की मांग कर रहे थे। मेयर ने इसे फॉरैंसिक लैब में भेजने की बात कही थी। निगम ने इसे फॉरैंसिक लैब में अभी नहीं भेजा है जबकि कंपनी ने बयान दिया है कि उसने अपने स्तर पर इस विषय की जांच की और पता लगाया कि ऑडियो क्लिप पूरी तरह से नकली और अपरंपरागत है। इसमें कंपनी का कोई कर्मचारी शामिल नहीं है।
कंपनी का कहना है कि यह स्पष्ट रूप से किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा नियोजित एक प्रचार है जिसे इस मामले में निहित स्वार्थ के लिए हमारे संगठन को बदनाम करने और हमें निगम सदन की बैठक से पहले एक विवाद में खींचने की उम्मीद है। कंपनी के प्रबंधकों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों से निगम हाऊस की बैठकों से पहले उनकी कंपनी के खिलाफ कुछ न कुछ भ्रामक और विवादास्पद घटनाओं की योजना बनाई जा रही है।
यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि कोई व्यक्ति कंपनी की छवि और प्रतिष्ठा को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है। कंपनी ने दावा किया कि भ्रामक प्रचार के बावजूद उनकी कंपनी सुचारू रूप से चल रही है। प्रबंधकों ने निगम के संबंधित अधिकारियों से इस मामले की पूरी जांच करने और इस क्रूर योजना के पीछे असली अपराधियों को बेनकाब करने का अनुरोध किया है।
कंपनी ने कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। कंपनी प्रबंधकों ने आश्वासन दिया है कि एक नैतिक और सामाजिक रूप से जिम्मेदार संगठन होने के नाते वह जांच करने और सच्चाई सबके सामने प्रकट करने के लिए अपना पूरा सहयोग प्रदान करेंगे।