Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Dec, 2017 12:25 AM
जिला अदालत में एक सिविल जज द्वारा वकील के साथ अशोभनीय भाषा का प्रयोग करने पर जिला बार एसोसिएशन ने उनकी अदालत का बहिष्कार कर दिया। सभी वकीलों ने कोर्ट रूम के बाहर एकत्र होकर सिविल जज के खिलाफ अपना रोष जाहिर किया।
चंडीगढ़, (संदीप): जिला अदालत में एक सिविल जज द्वारा वकील के साथ अशोभनीय भाषा का प्रयोग करने पर जिला बार एसोसिएशन ने उनकी अदालत का बहिष्कार कर दिया। सभी वकीलों ने कोर्ट रूम के बाहर एकत्र होकर सिविल जज के खिलाफ अपना रोष जाहिर किया। एडवोकेट अशोक कंवल के अनुसार सुबह वह केस की सुनवाई के लिए सिविल जज की कोर्ट में गए थे।
इस दौरान वह केस की तारीख जानने के लिए रीडर से बातचीत कर रहे थे। यह देख जज ने उनसे पूछा कि वह वहां क्या कर रहे हैं। इस पर उन्होंने बताया कि वह तारीख को लेकर बात कर रहे हैं। आरोप के अनुसार इसी बात को लेकर जज ने उनसे दुव्र्यवहार करते हुए उनसे अशोभनीय भाषा में बात की। इसके बाद वकील अशोक ने इसकी जानकारी बार एसोसिएशन को दी।
बार एसोसिएशन के प्रधान रविंदर बस्सी उर्फ जौली कई सीनियर वकीलों को लेकर बातचीत के लिए कोर्ट में पहुंचे। उनका आरोप है कि जज ने उनसे भी दुव्र्यवहार किया और उन्हें कोर्ट से चले जाने को कहा। इसके बाद बार एसोसिएशन ने उक्त जज की अदालत का बहिष्कार कर दिया।
प्रधान जौली के अनुसार एक जज द्वारा वकीलों से इस तरह की भाषा और तरीके से व्यवहार करने को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों की अगुवाई में वकीलों ने सैशन जज से मुलाकात की और जज का ट्रांसफर न होने तक उनकी कोर्ट का बहिष्कार करने की बात कही।