बराला छेड़छाड़ मामला : खाकी धाराएं देरी से लगाकर आरोपियों को बचने का दे रही मौका

Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Aug, 2017 07:40 AM

barala tampering case

हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष के बेटे विकास बराला और उसके दोस्त आशीष पर हरियाणा के आई.ए.एस. की बेटी से छेड़छाड़ मामले में चंडीगढ़ पुलिस अपहरण की कोशिश की धाराएं देरी से लगाकर आरोपियों को बचने का पूरा मौका दे रही है।

चंडीगढ़(सुशील) : हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष के बेटे विकास बराला और उसके दोस्त आशीष पर हरियाणा के आई.ए.एस. की बेटी से छेड़छाड़ मामले में चंडीगढ़ पुलिस अपहरण की कोशिश की धाराएं देरी से लगाकर आरोपियों को बचने का पूरा मौका दे रही है। अपहरण की कोशिश की धाराएं जो तीन दिन पहले पुलिस को मामले मेें लगानी थी वह अभी तक नहीं लगाई गई हैं। तीन दिन से चंडीगढ़ पुलिस धाराएं लगाने में लीगल राय लेने में लगी हुई है। लीगल राय देने वाले वकील चंद कदम की दूरी पर बैठे हुए हैं, जो काम 10 मिनट में हो सकता है पुलिस ने उसे तीन दिन लगा दिए। 

 

सूत्रों की मानें तो चंडीगढ़ पुलिस पर विकास बराला को सलाखों के पीछे भेजने से बचाना है। वहीं मामले की जांच करने के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने स्पैशल टीमें बना रखी हैं। सभी टीमों को एस.एस.पी. ईश सिंघल ने अलग-अलग काम सौंप रखा है। पुलिस का कहना है कि केस मजबूत करने के लिए पुलिस हर पहलू की जांच कर सबूत एकत्रित कर रही है, ताकि आरोपी बच न सकें। वहीं मामले में चंडीगढ़ पुलिस दोबारा से पीड़िता के 164 के बयान मजिस्ट्रैट के सामने दर्ज करवा सकती है, जिसमें पीड़िता अपहरण की कोशिश के बयान दर्ज करवाएगी और पुलिस उसी समय मामले में धाराएं जोड़ देगी। 

 

घटना का सीन करवाया रिक्रिएट :
पुलिस ने सोमवार को घटना का पूरा सीन रिक्रिएट किया। पीड़िता को पुलिसकर्मी गाड़ी में बैठाकर सैक्टर-8 की मार्कीट से निकले, इसके बाद गाड़ी सैक्टर-7 के पैट्रोल पंप पर पहुंची। इस दौरान पुलिस की टीम पूरे सीन की वीडियो बनाने में लगी हुई थी। इसके बाद पीड़िता ने सेंट जोन स्कूल से होकर सैक्टर-26 के चौक के पास गाड़ी रोकने को कहा। 

 

वहां पर पीड़िता ने बताया कि यहीं पर विकास बराला ने उसकी गाड़ी के आगे गाड़ी खड़ी करके आशीष ने खिड़की खोलने की कोशिश की थी, लेकिन उसने गाड़ी भगा ली थी। इसके बाद पीड़िता पुलिस के साथ हाऊसिंग बोर्ड लाइट प्वाइंट पर पहुंची। जहां पर पी.सी.आर. कर्मियों ने आरोपियों को दबोच लिया था।

 

आरोपियों की गाड़ी कैद :
पीड़िता की गाड़ी का पीछा करते हुए विकास बराला और आशीष की गाड़ी सी.सी.टी.वी. फुटेज में कैद हो गई है। सूत्रों से पता चला है कि 5 कैमरों में पुलिस को दोनों गाडिय़ां दिखी हैं। जिसमें विकास बराला अपनी गाड़ी में युवती की गाड़ी का पीछा कर रही है। इसके अलावा सैक्टर-26 सब्जी मंडी चौक से लेकर हाऊसिंग बोर्ड पर ज्यादातर सी.सी.टी.वी. कैमरे खराब पड़े हुए हैं। 

 

वहीं लाइट प्वाइंट और चौराहों पर लगे सी.सी.टी.वी. कैमरे नाइट विजन के नहीं हैं। अंधेरे में स्पीड होने पर गाड़ी भी साफ दिखाई नहीं देती है। अब चंडीगढ़ पुलिस सड़क के दोनों तरफ बनी इमारतों और शोरूम के बाहर लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों की फुटेज खंगाल रही है, ताकि कोई सुराग मिल सके। 

 

डी.जी.पी. ने अफसरों को किया तलब, 4 घंटे चली मीटिंग :
मामले में अपहरण की धाराएं न लगाने को लेकर डी.जी.पी. तजिंद्र सिंह लूथरा ने सोमवार को पुलिस अफसरों को अपने दफ्तर में तलब किया। मीटिंग में डी.आई.जी. ओ.पी. मिश्रा और एस.एस.पी. ईश सिंघल मौजूद थे। केस से संबंधित सारा रिकार्ड डी.जी.पी. ने चैक किया। सूत्रों से पता चला है कि मामले में अपहरण की धाराएं जोडऩे को लेकर लगभग 4 घंटे मीटिंग चलती रही। इसके बाद केस की जांच अलग-अलग पुलिस अफसरों को दी गई है। 

 

गिरफ्तारी के बाद मामले में जोड़ी जाएंगी धाराएं :
सूत्रों से पता चला है कि पुलिस टीम विकास बराला और उसके दोस्त आशीष को पकडऩे के लिए रवाना हो चुकी है। पुलिस की मानें तो दोनों को हिरासत में लेने के बाद ही मामले में अपहरण की कोशिश की धाराएं जोड़ी जाएंगी। पुलिस मामले में अपनी फजीहत होने से बचाने में लगी हुई है। 

 

डी.जी.पी. से लेकर सभी अफसरों ने मीडिया से बनाई दूरी :
डी.जी.पी. से लेकर सभी अफसरों ने मीडिया से दूरी बनाई रखी। वहीं एस.एस.पी. ईश सिंघल मीडिया के सवालों से खफा होकर प्रैस कॉन्फ्रेंस से उठकर चले गए। वहीं चंडीगढ़ पुलिस के पी.आर.ओ. रामदयाल मीडिया से बोलते रहे कि डी.जी.पी. दफ्तर में नहीं हैं। 

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