Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Dec, 2017 11:20 AM
क्लीन एंड ग्रीन सिटी के नाम पर चंडीगढ़ के बाशिंदे चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं।
चंडीगढ़(अर्चना) : क्लीन एंड ग्रीन सिटी के नाम पर चंडीगढ़ के बाशिंदे चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। अपने घरों के बाहर 3 से 4 मरला कामीन पर लोग गुलदाऊदी और गुलाब के पौधे लगा पार्किंग एरिया को ब्लॉक कर रहे हैं। पहले जमीन पर कब्जा करने के लिए लोग घरों के बाहर अवैध निर्माण करते थे परंतु अवैध निर्माणों के टूटने का रिस्क रहता है इसलिए अब लोगों ने शहर को ग्रीन बनाने के नाम पर सरकारी जमीन को हकाम करना शुरू कर दिया है।
चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड के अधिकारियों की मानें तो लोगों ने सरकारी जमीन पर कब्जा करने के लिए नया तरीका खोज लिया है। यह ट्रेंड पिछले दो महीनों में उभर कर सामने आया जब हाऊसिंग बोर्ड की इनफोर्समैंट विंग की टीम अवैध निर्माणों को तोडऩे के लिए शहर के विभिन्न हिस्सों में पहुंची। दो महीनों में बोर्ड ने 8 अवैध तौर कब्जे में ली गई जमीनों के कब्जे खाली करवाए।
पार्क में मंदिर-मस्जिद तक बना दिए लोगों ने :
चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड की इंफोर्समैंट विंग के अधिकारी की मानें तो लोगों ने सरकारी जमीन को कब्जाने के लिए नए तरीके ढूंढ लिए हैं। पहले लोग जमीनों पर पक्का अतिक्रमण करते थे परंतु अब पक्के निर्माण या शैड डालने की बजाए घर के आसपास पेड़ पौधे और फूल लगा दिए जाते हैं। अपने घर के बाहर बगीचा बनाकर पहले उस जमीन को कब्जे में लिया जाता है और उसके बाद खुद की गाड़ी को किसी दूसरी जगह पर पार्क करने के बाद किसी दूसरे के पार्किंग एरिया को हड़पा जा रहा है।
अधिकारी का कहना है कि लोग अपने घर के बाहर जहां पौधे लगा रहे हैं वहां गाडिय़ां पार्क की जा सकती हैं परंतु ऐसा करने की बजाए लोग पौधे लगाकर 3 से 4 मरला तक जमीन को पौधों के नाम कर अपना बना लेते हैं। रामदरबार में तो अनगिनत अवैध कब्जे हैं ही लेकिन शहर के बाकी कोने भी अतिक्रमण से बचे नहीं हैं।
ऐसे अतिक्रमण सामने आए हैं जिसमें लोग जमीन के मुताबिक सिर्फ एक मंजिल ही बना सकते हैं और वहां लोगों ने तीन मंजिलें खड़ी कर ली हैं और उस के आसपास की जमीन को भी किसी न किसी तरह कब्जे में कर लिया है।
मौलीजागरां में तो लोगों ने सरकारी जमीन पर मंदिर और मस्जिद भी बना दिए थे। सैक्टर-45 में लोगों ने ग्रिल, पलींथ और टो वॉल के बूते कब्जे कर रखे हैं। जब अवैध निर्माणों को हटाने के लिए बोर्ड की टीम पहुंचती है तो लोग कभी पॉलीटिकल पार्टी तो कभी दूसरे नेताओं से फोन करवा देते हैं।
यह है अवैध निर्माण व कब्जे खाली करवाने का रिकार्ड :
तिथि स्थान अवैध कब्जा
10 नवम्बर सैक्टर-51 दो आरा मशीनों से कब्जा
15 नवम्बर मौलीजागरां मंदिर, मस्जिद व 90 घरों के बाहर पौधों के नाम पर अतिक्रमण
16 नवम्बर सैक्टर-56 मकान नम्बर-3829 के आसपास कब्जा
17 नवम्बर सैक्टर-45 73 फ्लैट्स के बाहर अवैध कब्जे
20 नवम्बर सैक्टर-40 बूथ नंबर-9 पर अवैध कब्जा
30 नवम्बर मौलीजागरां 2917 पर अवैध कब्जा
10 अक्तूबर सैक्टर-56 84 फ्लैट्स पर कब्जा