Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Dec, 2017 12:14 PM
नगर निगम सैक्टर-17 में कनैक्टिंग पैसेज को बनाकर सभी भवनों को एक-दूसरे के साथ जोडऩे में नाकाम रहा है।
चंडीगढ़(राय) : नगर निगम सैक्टर-17 में कनैक्टिंग पैसेज को बनाकर सभी भवनों को एक-दूसरे के साथ जोडऩे में नाकाम रहा है। निगम ने इस पर करीब 4 करोड़ रुपए खर्च किए करने थे। तीन वर्ष पूर्व जब सैक्टर-17 में नाइलिट बिल्डिंग में आग लगी थी तो उस समय भवनों को आपस में जोडऩे के लिए
कनैक्टिंग पैसेज बनाने पर विचार किया गया व नगर निगम ने इसके लिए सर्वे करवाया था।
सर्वे में पाया गया था इस सैक्टर में जिन भवनों को आपस में जोडऩे के लिए कनैक्टिंग पैसेज बने भी हैं उनकी हालत भी खस्ता है। सर्वे के बाद जिन पैसेजों को खतरनाक हालत में पाया गया था उन्हें बंद भी कर दिया गया था।
लोगों को हो रही है परेशानी :
सैक्टर-17 ट्रेडर्स एसोसिएशन का कहना था कि कनैक्टिंग पैसेज के न होने के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इन लोगों का कहना था कि उन्होंने यह मामला वार्ड कमेटी की बैठक में भी उठाया था तब उन्हें बताया गया था कि जल्द इनको बनाने का काम शुरू हो जाएगा।
दुकानदार कर रहे हैं लंबे समय से मांग :
पूर्व एरिया पार्षद प्रदीप छाबड़ा ने बताया कि क्षेत्र के दुकानदारों की लंबे समय से मांग थी की इन कनैक्टिंग पैसेजों को नए सिरे से बनाया जाए लेकिन इन्हें अभी तक नहीं बनाया गया है। सैक्टर-17 को ली कार्बूजिए ने डिजाइन किया था। उन्होंने कनैक्टिंग पैसेज भी डिजाइन किए थे, ताकि लोगों को बरसात व धूप में दिक्कत आए। इनमें से करीब दो दर्जन की हालत खस्ता बनी हुई है।
इनमें से मल्टीलैवल पार्किंग के सामने चार कनैक्टिंग पैसेज को कुछ समय पहले निगम की ओर से तुड़वाया गया था। लेकिन दोबारा से बनाया नहीं जा सका। वजह रही कि इन्हें प्रशासन का इंजीनियरिंग विभाग बनाएगा या फिर निगम। इसको लेकर फाइल प्रशासन और निगम अफसरों के बीच घूमती रही।
अब नए सिरे से ही बनाया जाएगा :
निगम के संबंधित अधिकारियों का कहना है कि जिन पैसेजों की पहले मुरम्मत करने का निर्णय लिया गया था उन्हें भी अब नए सिरे से ही बनाया जाएगा। उनका कहना था कि निगम के पास इन्हें नए सिरे से बनाने का नक्शा भी प्रशासन से मंजूर होकर आ गया है और निगम जल्द ही इस पर काम शुरू कर देगा।
टैस्टिंग करवाई थी :
कनैक्टिंग पैसेज की हालत को जानने के लिए निगम की ओर से इनकी नैशनल इंस्टीच्यूट ऑफ टैक्नीकल टीचर्स ट्रेनिंग एंड रिसर्च से टैस्टिंग करवाई थी। इसमें 33 पैसेज की खस्ता बताई। इसके बाद निगम ने पांच कनैक्टिंग पैसेज के इर्द-गिर्द बैरिकेडिंग की गई। लोगों ने शिकायत की तो निगम ने बैरिकेडिंग हटा दी थी।