Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jan, 2018 11:19 AM
सैक्टर-22बी की भीड़भाड़ वाली पार्किंग में एक टैम्पू दो वर्षों से खड़ा है, जिसके मालिक का कोई अता-पता नहीं है, न ही वाहन में नंबर प्लेट लगी हुई है, जांच करने पर पता चला कि इस वाहन की पार्किंग फीस भी नहीं दी जा रही, जबकि उक्त पार्किंग पेड है।
चंडीगढ़(ब्यूरो) : सैक्टर-22बी की भीड़भाड़ वाली पार्किंग में एक टैम्पू दो वर्षों से खड़ा है, जिसके मालिक का कोई अता-पता नहीं है, न ही वाहन में नंबर प्लेट लगी हुई है, जांच करने पर पता चला कि इस वाहन की पार्किंग फीस भी नहीं दी जा रही, जबकि उक्त पार्किंग पेड है। जांच की तो जो बात सामने आई वह हैरान करने वाली है।
दरअसल, इस वाहन में कुरियर का धंधा चल रहा है, जहां सुबह-शाम पार्सल आते है और आगे भेज दिए जाते हैं, वाहन की चैसी में लॉक भी लगा है, जिसके भीतर कुरियर का सामान स्टोर होता है।
आसपास के दुकानदार कई बार इसकी शिकायत ट्रैफिक पुलिस व नगर निगम को कर चुके हैं, लेकिन पहुंच या घूस के चक्कर वाहन में दुकान चलती आ रही है। अगर इतनी स्पेस का कैबिन या बूथ इस सैक्टर में किराए पर लेना हो तो ग्राऊंड फ्लोर पर उसका किराया 60 हजार से लेकर 80 हजार रुपए प्रति माह है।