Edited By ,Updated: 26 Jul, 2016 09:50 AM
मुल्लांपुर के नजदीक गांव पड़छ की पशु डिस्पैंसरी की हालत बहुत खस्ता हो चुकी है। डिस्पैंसरी की इमारत को देखकर लगता जैसे कोई खंडहर हो। क्षेत्र के लोगों में डिस्पैंसरी की खस्ता हाल होने के चलते लोगों में रोष हैं।
नयागांव, (मुनीष जोशी): मुल्लांपुर के नजदीक गांव पड़छ की पशु डिस्पैंसरी की हालत बहुत खस्ता हो चुकी है। डिस्पैंसरी की इमारत को देखकर लगता जैसे कोई खंडहर हो। क्षेत्र के लोगों में डिस्पैंसरी की खस्ता हाल होने के चलते लोगों में रोष हैं। लोगों ने पंजाब सरकार से डिस्पैंसरी की हालत को सुधारने की मांग की है।
डिस्पैंसरी नहीं लगता है जंगल
राकेश कुमार, अरविंद कुमार, परमिंद्र सिंह, देसराज, अमित कुमार व अन्यों ने बताया कि पड़छ की डिस्पैंसरी में जगह-जगह हरी घास उगी हैं और वहीं सफाई का नामोनिशान तक नहीं है। इसके अलावा डिस्पैंसरी के दरवाजे व खिड़कियों के शीशे भी टूटे पड़े हैं। उन्होंने ने कहा कि इस ओर से न तो सरकार और न ही संबंधी विभाग के अधिकारी इस तरफ ध्यान दे रहे हैं।
डिस्पैंसरी बनी नशेडिय़ों का अड्डा
लोगों ने कहा कि डिस्पैंसरी में बैठने की सुविधा तक नहीं है। शाम होते ही डिस्पैंसरी अंधेरे में डूब जाती है और डिस्पैंसरी में नशेड़ी आम घूमते व नशा करते देखे जा सकते हैं। लोगों ने कहा कि रात के समय लाइट का भी कोई इंतजाम तक
नहीं है।
रिहायशी मकान भी खस्ताहाल
डिस्पैंसरी के पास ही बने रिहायशी मकानों की हालत भी खस्ताहाल हैं। यह मकान डिस्पैंसरी के अधिकारियों व कर्मचारियों के रहने के लिए ही बना रखे हैं लेकिन मकानों की देखभाल सही तरीके से न होने के चलते मकान खस्ताहाल हो चुके हैं। मकानों की छतों पर भी घास उगी पड़ी है। लोगों ने सरकार से इस इमारत की हालत को जल्द से जल्द ठीक करने की गुहार लगाई है, ताकि आसपास के गांवों के लोगों को इस पशु डिस्पैंसरी में फायदा मिल सके ।