Edited By ,Updated: 28 Aug, 2016 06:38 PM
रिटायर्ड अफसरों को अब घर बैठे नहीं होना पड़ेगा बोर क्योंकि अब शहर के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने के लिए इच्छुक रिटायर्ड अफसर अपनी सेवाएं दे पाएंगे।
चंडीगढ़ : रिटायर्ड अफसरों को अब घर बैठे नहीं होना पड़ेगा बोर क्योंकि अब शहर के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने के लिए इच्छुक रिटायर्ड अफसर अपनी सेवाएं दे पाएंगे। लेकिन शिक्षा विभाग इस काम के लिए उन्हें कोई मानदेय या वेतन नहीं देगा।
रिटायर्ड ऑफिसर और प्रोफेशनल से आवेदन किए आमंत्रित :
शहर के सरकारी स्कूलों में अब पढ़ाने के लिए रिटायर्ड अफसर और प्रोफेशनल की सेवाएं ली जाएंगी। शिक्षा विभाग ने एक खास अभियान के तहत रिटायर्ड लोगों के अनुभव का लाभ स्कूली बच्चों को मुहैया कराने के लिए यह प्रोजेक्ट तैयार किया है। शिक्षा विभाग ने रिटायर्ड ऑफिसर और प्रोफेशनल से आवेदन आमंत्रित किए हैं।
लोगों ने स्कूलों में पढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग से किया आग्रह :
डायरेक्टर हायर एजुकेशन रूबिंदरजीत सिंह बराड़ के अनुसार ट्राइसिटी में बहुत से रिटायर्ड आईएएस अधिकारी, डॉक्टर,ज्यूडीशियल ऑफिसर और शिक्षक हैं। कई लोगों ने स्कूलों में पढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग से आग्रह किया था। विभाग ने लोगों के सुझाव पर रिटायर्ड अधिकारियों के साथ ही डॉक्टर, इंजीनियर, पत्रकार, डिफेंस ऑफिसर, एडवोकेट और अन्य प्रोफेशनल के अनुभव का लाभ स्कूली बच्चों को देने के लिए यह प्रयास किया है।
इस दिन तक करें जमा बायोडाटा :
सरकारी स्कूल में पढ़ाने के इच्छुक लोग 10 सितंबर तक शिक्षा विभाग में अपना बायोडाटा जमा कर सकते हैं। ऐसे लोगों को सेक्टर-9 डिलेक्स बिल्डिंग या फिर ईमेल dpi-chd@nic.in पर जानकारी देनी होगी।