Edited By ,Updated: 24 Jul, 2016 02:27 AM
चंडीगढ़ को स्मार्ट सिटी बनाने में अब यहां पढऩे वाले छात्रों का भी योगदान होगा। अब सरकारी स्कूलों के बच्चे बताएंगे की स्कूल कैसा हो। गौरतलब है कि शिक्षा विभाग द्वारा चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों से सुझाव मांगे गए हैं
चंडीगढ़, (रश्मि) : चंडीगढ़ को स्मार्ट सिटी बनाने में अब यहां पढऩे वाले छात्रों का भी योगदान होगा। अब सरकारी स्कूलों के बच्चे बताएंगे की स्कूल कैसा हो। गौरतलब है कि शिक्षा विभाग द्वारा चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों से सुझाव मांगे गए हैं कि स्कूलों को स्मार्ट बनाने के लिए उनमें क्या-क्या सुविधाएं होनी चाहिए। गवर्नमैंट माडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल सैक्टर-46 में पढ़ाने वाले प्रो. बिनोय कुमार ने बताया कि इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा सुझाव मांगे जाने पर छात्र भी उसका उतने ही उत्सुकतापूर्ण जवाब दे रहे हैं।
स्कूलों के प्रिंसीपल्स से भी स्मार्ट स्कूल को लेकर शिक्षा विभाग द्वारा सुझाव मांगे गए हैं। सुझाव मांगने का मुख्य उद्देश्य शहर के सभी स्कूलों को भी स्मार्ट बनाना है। हालांकि अभी शहर के कुछ एक स्कूल ही स्मार्ट स्कूल हैं, लेकिन शिक्षा विभाग द्वारा छात्रों से मांगे जा रहे सुझावों के चलते यही उम्मीद लगाई जा रही है कि बहुत जल्द ही शहर के सरकारी स्कूल स्मार्ट स्कूल बना दिए जाएंगे।