Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Feb, 2018 02:19 PM
पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल के बाद जितने भी रेल मंत्री बने, उन्होंने चंडीगढ़-हरिद्वार रेल सेवा को अपनी प्राथमिकता से हटा दिया।
चंडीगढ़(राय) : पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल के बाद जितने भी रेल मंत्री बने, उन्होंने चंडीगढ़-हरिद्वार रेल सेवा को अपनी प्राथमिकता से हटा दिया। यह कहना है जैड.आर.यू.सी.सी. (जोनल रेलवे यूजर्स कंसल्टेटिव कमेटी) के पूर्व सदस्य परमजीत सिंह का।
उन्होंने कहा कि पवन बंसल ने इस रेल सेवा की जरूरत को महसूस करते हुए इसके लिए काफी अथक प्रयास किए थे, परंतु उनके बाद किसी ने इस रेल सेवा की सुध नहीं ली, जो दुर्भाग्यपूर्ण व शहर की जनता के लिए अन्यायपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सांसद तो इसके प्रति बिल्कुल भी संजीदा नहीं दिखतीं। उन्होंने अपने पूरे कार्यकाल में इस बारे में कभी कहीं किसी भी मंच पर इस संबंध में जिक्र नहीं किया। परमजीत सिंह चंडीगढ़ कांग्रेस के सचिव भी हैं, ने कहा कि जल्द से जल्द इस रेल सेवा को शुरू करके चंडीगढ़ निवासियों की लंबे समय से लंबित मांग को पूरा किया जाए।
फ्लैक्सी फेयर के कारण रेल किराया जनता की पहुंच से बाहर :
उन्होंने हवाई सेवा की तर्ज पर शताब्दी गाडिय़ों में फ्लैक्सी फेयर का प्रावधान करने को भी आम जनता के साथ अन्याय करार दिया। उन्होंने कहा कि फ्लैक्सी फेयर के कारण किराया आम जनता की पहुंच से बाहर है।
परमजीत सिंह ने केंद्र की भाजपानीत सरकार पर बरसते हुए कहा कि इस सरकार के शासनकाल में किसी वर्ग को कोई राहत नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि यदि कल प्रस्तुत होने वाले रेल बजट में भी चंडीगढ़-हरिद्वार रेल सेवा की मांग पूरी नहीं होती तो सांसद किरण खेर को नैतिक आधार पर इस्तीफा देकर मुम्बई लौट जाना चाहिए।