Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Aug, 2017 12:18 AM
टैगोर थिएटर में थिएटर फैस्टीवल के तहत नाटक ‘मिट्टी रूदन करे’ का मंचन किया गया। नाटक में पंजाब में फैली नशाखोरी को समस्या दिखाई गई। नाटक की मुख्य पात्र जस्सी नाम की महिला है, जिसकी शादी बड़ी उम्र के व्यक्ति से हो जाती है।
चंडीगढ़, (रश्मि): टैगोर थिएटर में थिएटर फैस्टीवल के तहत नाटक ‘मिट्टी रूदन करे’ का मंचन किया गया। नाटक में पंजाब में फैली नशाखोरी को समस्या दिखाई गई। नाटक की मुख्य पात्र जस्सी नाम की महिला है, जिसकी शादी बड़ी उम्र के व्यक्ति से हो जाती है। उस व्यक्ति के पास काफी जमीन-जायदाद होती है, लेकिन वह नशे का आदी होता है।
इस कारण वह अपनी पत्नी से आय दिन मारपीट करता है। नशे की लत के चलते वह अपनी जमीन जायदाद बेच देता है। एक दिन वह नशा करके आता है और घर में आकर बेहोश हो जाता है। परिवार वालों को लगता है कि वह मर गया और घरवालों उस पर कफन से ढक देते हैं।
इसके बाद अचानक वह उठ खड़ा होता है जिसे देख उसकी पत्नी खुश होनी की बजाए रोने लगती है और किस्मत को कोसने लगी। वह चूडिय़ों भरे हाथ जमीन पर मारते हुए कहती है कि ऐसे पति से तो अच्छा वह विधवा ही ठीक है। इस प्रकार नाटक का अंत हो जाता है।