Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Jun, 2017 10:26 AM
प्रशासन ने लंबे इंतजार के बाद बचे हुए 10 ठेकों के लिए सोमवार को पांचवीं बार बिड कॉल की थी, जिसमें कुल 3 ठेके अलॉट किए गए और 3 के लिए ही एप्लीकेशन आई थी। इससे पहले किए गए आवंटन में भी 11 ठेकों में से सिर्फ 1 के लिए एप्लीकेशन आई थी, जिसके बाद प्रशासन...
चंडीगढ़, (नेहा त्रिपाठी): प्रशासन ने लंबे इंतजार के बाद बचे हुए 10 ठेकों के लिए सोमवार को पांचवीं बार बिड कॉल की थी, जिसमें कुल 3 ठेके अलॉट किए गए और 3 के लिए ही एप्लीकेशन आई थी। इससे पहले किए गए आवंटन में भी 11 ठेकों में से सिर्फ 1 के लिए एप्लीकेशन आई थी, जिसके बाद प्रशासन ने अब करीब 2 महीने बाद बिड कॉल की थी। आवंटन के लिए एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमैंट ने 10 ठेकों के लिए बिड काल की थी। इसके बाद सैक्टर-17 की एडीशनल टाऊन हाल बिल्डिंग में स्थित एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमैंट के दफ्तर में ही इन ठेकों की बिडिंग में सिर्फ 3 ठेकों को लेने में ठेकेदारों ने दिलचस्पी दिखाई और उन्हें ये ठेके अलॉट कर दिए गए। इस बार सबसे रोचक बात ये रही कि किसी भी ठेके के लिए ठेकेदारों द्वारा तय रिजर्व प्राइज से बहुत ज्यादा बिड अमाऊंट नहीं भरी गई और इन तीनों ठेकों की तय रिजर्व प्राइज जोकि 6.3 करोड़ थी, के बदले प्रशासन को 6.7 करोड़ की आमदनी हुई है।
बता दें कि पिछले साल 48 ग्रुप्स के हिसाब से कुल 99 ठेकों की अलॉटमैंट की गई थी, जिसके बाद 2016 में प्रशासन को कुल 202 करोड़ की कमाई हुई थी। इसे इस बार की रिजर्व प्राइज के तौर पर तय किया गया था लेकिन इस बार प्रशासन को मात्र 66 ठेकों की अलॉटमैंट से 202 करोड़ से ज्यादा की कमाई हो चुकी है। इस लिहाज से इसके बाद जितने भी ठेके अलॉट किए गए हैं, वो प्रशासन का मुनाफा है।
20 प्रतिशत कम की गई थी रिजर्व प्राइज :
इस बार बिड काल करने से पहले प्रशासन द्वारा पहले से तय रिजर्व प्राइज पर 20 प्रतिशत की कटौती की गई थी। इसके बाद प्रशासन को उम्मीद थी कि इस बार सभी ठेके अलॉट हो जाएंगे लेकिन इसके विपरीत अब भी 7 ठेके बच गए हैं।
इन ठेकों का हुआ अलॉटमैंट :
लोकेशन तय रिजर्व प्राइज बिड अमाऊंट
सैक्टर 35 इंटर्नल मार्कीट 20061834 20202020
विलेज/मार्कीट अटावा 21917866 22222222
विलेज/मार्कीट डड्डूमाजरा 18346553 18353999
कुल 60326253 60778241