गारबेज कलैक्शन की आड़ में PGI से से बाहर बेचा जा रहा मैडीकल वेस्ट

Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Aug, 2017 08:14 AM

medical wastebeing sold out of pgi

पी.जी.आई. में गारबेज कलैक्शन की आड़ में मैडीकल वेस्ट संस्थान से बाहर बेचा जा रहा है, जोकि न केवल लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, बल्कि पी.जी.आई. की सुरक्षा इंतजामों पर भी बड़ा सवाल है, क्योंकि पी.जी.आई. का दावा है कि यहां से मैडीकल वेस्ट बाहर...

चंडीगढ़/नयागांव (ब्यूरो/मुनीष जोशी): पी.जी.आई. में गारबेज कलैक्शन की आड़ में मैडीकल वेस्ट संस्थान से बाहर बेचा जा रहा है, जोकि न केवल लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, बल्कि पी.जी.आई. की सुरक्षा इंतजामों पर भी बड़ा सवाल है, क्योंकि पी.जी.आई. का दावा है कि यहां से मैडीकल वेस्ट बाहर नहीं जाता। पंजाब पोल्यूशन कंट्रोल सोसायटी ने पी.जी.आई. से सटे पड़छ इलाके में कबाड़ी के बड़े प्लाट में रेड कर टनों के हिसाब से मैडीकल वेस्ट जब्त किया है, जिसे रिसाइकङ्क्षलग किया जाना था जो गैरकानूनी है। पटियाला से आई पोल्यूशन कंट्रोल टीम के सदस्य पीयूष जिंदल ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि पी.जी.आई. का मैडीकल वेस्ट कबाड़ में बिक रहा है जिसके चलते इंफैक्शन फैल सकता है। 

 

शिकायत मिलने के बाद टीम ने तफ्तीश शुरू की और सैक्टर-15 व 11 की सड़क में जा रही एक रेहड़ी वाले को रोक कर उस पर लादे सामान की जांच की तो वह मैडीकल वेस्ट था। रेहड़ी के साथ-साथ जा रहे एक व्यक्ति को रोका गया जो बाइक पर सवार था, जिसका नाम रमेश है, जिसके पास पी.जी.आई. के लिए गारबेज व सैनिटेशन वर्क का काम करने वाली लॉयन सर्विस लिमिटेड का आई कार्ड भी मिला, लेकिन उक्त कम्पनी का एक जुलाई से पी.जी.आई. से कांट्रैक्ट समाप्त हो चुका है और रमेश का आई कार्ड भी एक्सपाइरी डेट का था, जोकि भेद खुलते ही फरार हो गया। रेहड़ी में 9 बैग मैडीकल वेस्ट के लादे हुए थे, जो पी.जी.आई. से बाहर लाए गए थे। 

 

टीम उक्त रेहड़ी चालक को लेकर उस कबाड़ी तक पहुंची जहां मैडीकल वेस्ट पहुंचाया जाना था। टीम ने नयागांव पुलिस स्टेशन से पुलिस को साथ लेकर पड़छ में स्थित एक बड़े प्लाट में रेड की, जहां कबाड़ का गोदाम मिला जो गोबिंद नामक व्यक्ति का है। गोबिंद भी मौके पर नहीं मिला, वहां मौजूद अन्य लोग भी भाग खड़े हुए, गोबिंद को कई बार टीम व पुलिस ने संपर्क किया लेकिन वह बहाने बनाते हुए मौके पर नहीं आया, जिसके बाद टीम ने गोदाम से मैडीकल वेस्ट को जब्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी। देर शाम तक तीन ट्रक मैडीकल वेस्ट उठाया जा चुका था। जिंदल के अनुसार शुक्रवार को भी अभियान जारी रहेगा। अंदाजा लगाया जा रहा है कि अभी 8 से 10 ट्रक मैडीकल वेस्ट गोदाम में पड़ा है।

 

मैडीकल वेस्ट पी.जी.आई. के होने के मिले सबूत 
पॉल्यूशन कंट्रोल टीम की रेड के दौरान गोदाम से मिले मैडीकल वेस्ट में कई मरीजों का मैडीकल रिकार्ड भी मिला है, जोकि पी.जी.आई. का है, कई ग्लूकोज की बोतलों में और खाली कंटेनरो में भी पी.जी.आई. सप्लाई की स्टम्पिंग है, यही नहीं सैफ्टी ग्लव्ज, सीरिंज और अन्य प्लास्टिक मैडीकल वेस्ट में भी पी.जी.आई. के होने के सबूत मिले हैं। पीयूष जिंदल के अनुसार हो सकता है मैडीकल वेस्ट पी.जी.आई.के अलावा भी किसी दूसरी जगह से आ रहा हो, लेकिन पी.जी.आई. का मैडीकल वेस्ट भी जब्त सामान में मौजूद है।  


 

काले और लाल लिफाफों का है खेल 
‘पंजाब केसरी’ टीम ने मामले की तफ्तीश की कि टाइट सिक्योरिटी के बावजूद मैडीकल वेस्ट संस्थान से बाहर कैसे आया तो पाया कि सैनीटेशन का कांटै्रक्ट अलग-अलग कम्पनियों के पास है, सिंपल कूड़ा व कचरा अलग कम्पनी और मैडीकल वेस्ट कोई और कम्पनी एकत्रित करती है। मैडीकल वेस्ट के लिए लाल रंग का प्लास्टिक बैग इस्तेमाल होता है, जबकि साधारण कूड़ा काले बैग में डालकर प्रोसैसिंग के लिए प्लांट तक जाता है। यहां दोनों कम्पनियों के वर्करों में मिलीभगत सामने आई, क्योंकि जो मैडीकल वेस्ट गोदाम से जब्त किया गया वह काले बैग्स में है जिसके भीतर लाल बैग है, यानी काले बैग की आड़ में मैडीकल वेस्ट पी.जी.आई. से बाहर आ रहा। 

 

गारबेज वेस्ट में इस्तेमाल बैग्स भी पी.जी.आई. के
पी.जी.आई. का मैडीकल वेस्ट होने का बड़ा सबूत मैडीकल वेस्ट के लिए इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक बैग्स हैं, जो पी.जी.आई. को भी सप्लाई होते हैं जो कंपनी उक्त बैग पी.जी.आई. को सप्लाई करती है उसकी स्टैम्पिंग रेड के दौरान मिले बैग्स में मिली है। यह बैग जे.एम.के. नामक कम्पनी के हैं। 

 

पी.जी.आई. के सुरक्षा व्यवस्था में सेंध 
पी.जी.आई. में सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा भी निजी कम्पनी का है, जबकि पी.जी.आई. में खुद का सिक्योरिटी स्टाफ भी है। संस्थान के सभी प्रवेश व निकास द्वार में सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं, जिनकी रजामंदी के बिना पी.जी.आई. से मैडीकल वेस्ट का बाहर जाना नामुमकिन है। 


 

चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी को करेंगे अप्रोच 
पीयूष जिंदल ने बताया कि वह कबाड़ी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे, जबकि पी.जी.आई. में चल रहे उक्त खेल की जांच के लिए चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी को अप्रोच किया जाएगा, ताकि इस रैकेट का पर्दाफाश किया जा सके। उन्होंने बताया कि जो कोई भी इस धंधे में सलिप्त पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जिसमे पांच वर्ष तक की सजा और एक लाख रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान है। 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!