Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Dec, 2017 11:28 AM
जिला अदालत काम्पलैक्स में शनिवार को लगाई गई राष्ट्रीय लोक अदालत में सबसे बड़ा फायदा पिछले करीब 17 वर्षों से अदालती लड़ाई लड़ रहे किसानों को मिला।
मोहाली(कुलदीप) : जिला अदालत काम्पलैक्स में शनिवार को लगाई गई राष्ट्रीय लोक अदालत में सबसे बड़ा फायदा पिछले करीब 17 वर्षों से अदालती लड़ाई लड़ रहे किसानों को मिला।
किसान जिस मुआवजे की प्राप्ति के लिए अदालती लड़ाई लड़ रहे थे, वह मुआवजा आज पुडा ने अदालत में जमा करवा दिया गया। प्राप्त जानकारी मुताबिक यह मुआवजा 60 करोड़ रुपए के करीब बनता था जो कि जिला मोहाली के विभिन्न गांवों के किसानों की विभिन्न प्रोजैक्टों तथा सड़कों के लिए एक्वायर की गई जमीन का था।
प्राप्त जानकारी मुताबिक पुडा/ग्माडा ने वर्ष 2001 से लेकर 2010 तक अपने विभिन्न प्रोजैक्टों के लिए जिला मोहाली के मुल्लांपुर गरीबदास, छत्त, सिंघपुरा, फिरोजपुर बंगर, लखनौर आदि सहित कई गांवों के किसानों की जमीन एक्वायर की गई थी। उस जमीन का किसानों को जो मुआवजा दिया जा रहा था, किसानों मुताबिक वह बहुत कम था।
मुआवजा कम होने के चलते किसानों ने अदालत में केस दायर कर दिया था जो कि पिछले करीब 17 वर्ष से लगातार चलता आ रहा था। आज राष्ट्रीय लोक अदालत मेें किसानों के मुआवजे संबंधी 70 केस लगे हुए थे। केसों की पैरवाई एडवोकेट शेर सिंह राठौर, कुलदीप सिंह राठौर तथा रणदीप सिंह राठौर कर रहे थे। आज लोक अदालत में पुडा ने 60 करोड़ रुपए जमा करवा दिए।