Edited By ,Updated: 23 May, 2017 07:48 AM
शहर की व्यस्त सड़कों और चौराहों में रोजाना लगने वाले ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से इन दिनों सर्वे करवाया जा रहा है।
चंडीगढ़ (विजय) : शहर की व्यस्त सड़कों और चौराहों में रोजाना लगने वाले ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से इन दिनों सर्वे करवाया जा रहा है। इसका मकसद उन लोकेशन की पहचान करना है जहां सबसे अधिक टै्रफिक जाम लगता है और उससे निपटने के लिए क्या प्लानिंग की जा सकती है। मुंंबई की एक फर्म को प्रशासन ने यह जिम्मेदारी सौंपी है। फर्म ने अभी तक कुल 35 लोकेशंस की पहचान कर ली है। कंपनी ने इस सर्वे में कुछ हिस्सा पंचकूला और मोहाली का भी शामिल किया गया है।
इसका मकसद ट्राईसिटी से चंडीगढ़ में आने वाले व्हीकल्स के फ्लो की पूरी जानकारी हासिल करना है। फर्म ने सभी लोकेशन पर अपनी टीम को भेजा है। ये टीमें ट्रांसर्पोटेशन के 12 माध्यम की स्टडी कर रही हैं। इसके साथ ही यह भी डिटेल रिकॉर्ड की जा रही है कि दिन के किस समय में सबसे अधिक ट्रैफिक रहता है। जानकारी के अनुसार यह डाटा आने वाले दिनों के दौरान कंपाइल किया जाएगा। इसके बाद रिपोर्ट तैयार करके प्रशासन के पास सब्मिट करवा दी जाएगी। इस रिपोर्ट के आधार पर प्रशासन भविष्य के लिए एक मोबिलिटी प्लान तैयार करेगा।
भारत में सबसे अधिक वाहनों का घनत्व
शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट का बेहतर इंतजाम न होने की वजह से पिछले कुछ सालों के दौरान ट्रैफिक की समस्या तेजी से बढ़ी है। जानकारी के अनुसार चंडीगढ़ में वाहनों का घनत्व पूरे देश में सबसे अधिक है। चंडीगढ़ में टू व्हीलर्स ओर फोर व्हीलर्स को मिलाकर लगभग 12 लाख वाहन रजिस्टर्ड हैं। यानि हरेक घर में दो से अधिक वाहन हैं। इसका मुख्य कारण है कि लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बजाय अपने व्हीकल्स का अधिक इस्तेमाल करना पसंद करते हैं। इसकी वजह से ट्रैफिक जाम की स्थिति बढ़ रही है। यही नहीं, ट्रैफिक बढऩे के साथ ही वायु प्रदूषण में भी इजाफा हो रहा है।