Edited By ,Updated: 07 Nov, 2015 09:35 AM
दीपावली यानि दीपों का त्यौहार। भगवान राम के अयोध्या पहुचने पर अयोध्यावासियों ने उनके आगमन की खुशी में दीये जलाकर उनका स्वागत किया था...
चंडीगढ़। दीपावली यानि दीपों का त्यौहार। भगवान राम के अयोध्या पहुचने पर अयोध्यावासियों ने उनके आगमन की खुशी में दीये जलाकर उनका स्वागत किया था बस तब से ही दीपावली मनाई जाती है लेकिन जैसे-जैसे समय बदला सुदंर मिट्टी के दीयों की जगह रंग बिरंगी चाईनिज लाईटों ने ले लिया हेै। क्योकि चीनी माल सस्ता होता है इसलिए दुकानदार भी खूब मुनाफा कमाता है और ग्राहक भी खुश होता है।
अधिकतर भारतीयों का पसंदीदा त्यौहार दीवाली बस कुछ दिनों में आने वाली है। जाहिर सी बात है सभी को दीवाली में अपना घर, दफ्तर सजाना अच्छा लगता है। अब सजावट के लिए रंगबिरंगी लाइट्स, इलेक्ट्रानिक दीये, फ्लावर एलईडी, लेजर लाइट आजकल ट्रेंड में है। हमने शहर के सेक्टर-18 के इलेक्ट्रानिक मार्किट का दौरा किया। पूरी मार्किट रंगबिरंगी लाइट्स से जगमगा रही है। लेकिन हैरानी की बात है कि सेक्टर-18 मार्किट में मौजूद सजावट के सामानों में 95 प्रतिशत चाईनिज है। देश में चाहे स्वेदेशी वस्तुओं की खरीद के लिए कितना ही प्रचार प्रसार किया जाए। बावजूद चाइनीज वस्तुओं की बिक्री दिन प्रतिदिन बढती ही जा रही है।
नाम कीमत
एलईडी स्ट्रीप 50 से 80 रुपये प्रति मीटर
इलेक्ट्रानिक दीये (गोल्डन) 200 रुपये (3 से चार मीटर)
आरजीआरबी लड़ी 200-250 से रुपये (15 मीटर)
लोट्स एलईडी लाइट बल्ब 250 रुपये
लेजर लाइट 500 से 100 रुपये तक
यहां देखिए चाईनिज और भारतीय सामानों में फर्क---
नाम कीमत
पीतल सूप 350 से 550 रुपए प्रति पीस
पीतल 550 से 650 रुपए प्रति किलो
स्टील 250 से 300 रुपए प्रति किलो
कांसा 550 से 650 रुपए प्रति किलो