Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Nov, 2017 11:23 AM
चंडीगढ़ पुलिस विभाग की सबसे अहम यूनिट क्राइम ब्रांच है जिसका चार्ज पंजाब से डैपुटेशन पर आई एस.एस.पी. निलांबरी विजय जगदले की जगह ए.जी.एम.यू.टी. कैडर के आई.पी.एस. ऑफिसर रवि कुमार को दिया हुआ है।
चंडीगढ़(सुशील) : चंडीगढ़ पुलिस विभाग की सबसे अहम यूनिट क्राइम ब्रांच है जिसका चार्ज पंजाब से डैपुटेशन पर आई एस.एस.पी. निलांबरी विजय जगदले की जगह ए.जी.एम.यू.टी. कैडर के आई.पी.एस. ऑफिसर रवि कुमार को दिया हुआ है।
वहीं कानून व्यवस्था बनाने की अहम जिम्मेदारी एस.एस.पी. निलांबरी विजय जगदले को सौंप रखी है। कानून व्यवस्था और अपराधियों को काबू करने के लिए क्राइम ब्रांच अहम भूमिका निभाती है। अभी तक इसका चार्ज पंजाब से डैपुटेशन पर आए एस.एस.पी. को मिलता था पर उस बार ऐसा नहीं किया गया है। एस.एस.पी. जगदले को चंडीगढ़ पुलिस ज्वाइन किए हुए 4 माह हो चुके हैं लेकिन आलाधिकारियों ने उन्हें क्राइम ब्रांच का चार्ज नहीं दिया है।
चंडीगढ़ में कई ऐसी वारदात हुई हैं जिन्हें थाना पुलिस सुलझा नहीं पाई लेकिन फिर भी केस क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर नहीं किए गए। पुलिस सूत्रों की मानें तो पुलिस महकमे में चर्चा है कि आलाधिकारी ए.जी.एम.यू.टी. कैडर के आई.पी.एस. को काफी फेवर करते हैं, जिस कारण ही पंजाब से आई एस.एस.पी. को क्राइम ब्रांच का चार्ज नहीं दिया गया।
एस.एस.पी. के पास चार्ज :
एस.एस.पी. जगदले के पास इस समय लॉ एंड आर्डर यूनिट, सैंट्रल डिविजन, ईस्ट डिविजन, साऊथ डिविजन, साइबर क्राइम यूनिट, पी.सी.आर. विंग और एफ.आर.ओ. ब्रांच का चार्ज है। एस.पी. रवि कुमार के जिम्मे आपरेशन सैल, ट्रेनिंग सैंटर, क्राइम ब्रांच और वूमैन एंड चाइल्ड यूनिट है।
हरियाणा कैडर के एस.पी. से छीना जेल का चार्ज :
बुडै़ल जेल के आई.जी. का चार्ज हरियाणा कैडर के आने वाले एस.पी. ट्रैफिक एंड सिक्योरिटी के पास होता था, लेकिन पुलिस विभाग ने 3 साल पहले हरियाणा कैडर के एस.पी. से चार्ज लेकर डी.आई.जी. को बुडैल जेल के आई.जी. का चार्ज दिया गया था। 3 साल पहले जब हरियाणा कैडर के एस.पी. मनीष चौधरी ने चंडीगढ़ पुलिस ज्वाइन की थी तो उन्हें भी आई.जी. जेल का चार्ज नहीं दिया गया था।
पुलिस विभाग में पहली बार हुआ है ऐसा :
इससे पहले पंजाब से आने वाले सभी एसएसपी को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस स्टेशन के साथ-साथ क्राइम ब्रांच का चार्ज होता था। थाना पुलिस जिस क्राइम को सोल्व करने में देरी या फिर नहीं कर पाती थी तो एस.एस.पी. द्वारा केस को क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया जाता था।
क्राइम ब्रांच के पास अपराधियों को पकडऩे के लिए अलावा कोई ड्यूटी नहीं होती, जबकि थाना पुलिस को अपने इलाके में लॉ एंड आर्डर की ड्यूटी करने, लोगों की समस्याएं सुनने, केस सॉल्व करने और लॉ एंड आर्डर की काफी जिम्मेदारी होती होती है।
हीनियस क्राइम के दर्ज केस :
पुलिस स्टेशन मर्डर हत्या के प्रयास रेप डकैती रॉबरी
03 1 - - 1 2
11 1 2 3 - 2
17 2 2 4 - 2
सारंगपुर - 1 5 - 3
19 2 - 1 2 -
26 2 1 1 - 3
इंडस्ट्रीयल एरिया 1 1 2 - -
मनीमाजरा 3 1 1 1 4
मौलीजागरां 1 7 3 - 3
आई.टी. - 1 2 - 2
31 2 3 4 4 6
34 2 2 6 2 1
36 - - 6 - 2
39 1 2 4 - 1
49 - - 2 - 1
मलोया 4 - 4 1 -