पंजाब क्रिकेट वैल्फेयर एसो. ने लगाए खिलाडिय़ों को गुमराह करने के आरोप

Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Aug, 2017 12:43 PM

punjab cricket welfare association accused of misleading players

पंजाब में पूर्व क्रिकेट खिलाडिय़ों के 2 गुटों के बीच चला आ रहा विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा।

चंडीगढ़ (संघी): पंजाब में पूर्व क्रिकेट खिलाडिय़ों के 2 गुटों के बीच चला आ रहा विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा। एक ओर जहां पूर्व पंजाब क्रिकेट खिलाड़ी एसोसिएशन की ओर से पंजाब क्रिकेट वैल्फेयर एसोसिएशन पर यह आरोप लगाया जा रहा है कि इस एसोसिएशन को पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के कुछ पदाधिकारियों ने अपने स्वार्थ के लिए ही खड़ा किया है। वहीं दूसरी ओर पंजाब क्रिकेट वैल्फेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजिंद्र सिंह ने जारी एक बयान में यह आरोप लगाया है कि पंजाब से प्रथम श्रेणी क्रिकेट के मैच खेलने वाले कुछ खिलाड़ी जो अब दिल्ली में बसे हुए हैं ने अपने स्वार्थ के लिए पूर्व क्रिकेट खिलाडिय़ों की एसोसिएशन का गठन किया है। जिनका उद्देश्य खिलाडिय़ों के हितों के लिए कार्य करने की बजाय केवल पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन पर अपना कब्जा जमाना है। 

 

गुमराह करने का कर रहे प्रयास
उन्होंने कहा कि यह पूर्व खिलाड़ी अन्य खिलाडिय़ों को गलत तथ्य पेश कर गुमराह करने का भी प्रयास कर रहे हैं। इन पूर्व खिलाडिय़ों की ओर से कहा जा रहा है कि राज्य की ओर से खेलने वाले सभी खिलाडिय़ों को राज्य क्रिकेट एसोसिएशन ने मताधिकार का अधिकार देने की लोढा कमेटी ने सिफारिश की है व उन आजीवन सदस्यों को मताधिकार नहीं होगा जो खिलाड़ी नहीं रहे होंगे। जबकि सर्वोच्च न्यायालय ने अपने फैसले में कहा है कि केवल अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी ही राज्य क्रिकेट एसोसिएशन का सदस्य माना जाएगा तथा आजीवन सदस्यों को प्रोक्सी के माध्यम से मताधिकार का प्रयोग नहीं होगा। अपने स्वार्थ के लिए बनी एसोसिएशन राज्य की ओर से खेल चुके खिलाडिय़ों को मताधिकार दिलवाने का झांसा देकर उन्हें गुमराह कर रही है।

 

अब तक 168 सदस्य बन चुके हैं 
उन्होंने यह भी दावा किया कि पंजाब क्रिकेट वैल्फेयर एसोसिएशन के अब तक 168 सदस्य बन चुके हैं जिनमें कई अंतर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय खिलाडिय़ों सहित महिला क्रिकेट खिलाड़ी भी शामिल हैं तथा एसोसिएशन अब तक खिलाडिय़ों सहित अम्पायरों, मैच रैफरी व स्कोररों का मेहनताना बढ़वाने में सफल हो चुकी है। जबकि अब विभिन्न अंतर जिला क्रिकेट प्रतियोगिताओं की विजेता टीमों को मिलने वाली ईनामी राशि बढ़वाने के लिए प्रयासरत है।

 

समझौते का आग्रह ठुकरा दिया
उन्होंने यह भी रहस्योद्घाटन किया कि पूर्व पंजाब क्रिकेट खिलाड़ी एसोसिएशन से संबंधित कुछ खिलाडिय़ों ने पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन से समझौता कर लेने का भी आग्रह किया था लेकिन उनके इस आग्रह को एसोसिएशन विरोधी गतिविधियों को देखते हुए ठुकरा दिया गया।

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