2 हजार पुलिसकर्मियों का भर्ती रिकार्ड गायब होने के 8 माह बाद भी जांच ‘शून्य’

Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Oct, 2017 08:06 AM

recruitment record missing

2 हजार पुलिसकर्मियों के भर्ती रिकार्ड गायब होने के बाद केस दर्ज होने के 8 माह बाद भी कोई जांच नहीं हो पाई है।

चंडीगढ़(विनोद) : 2 हजार पुलिसकर्मियों के भर्ती रिकार्ड गायब होने के बाद केस दर्ज होने के 8 माह बाद भी कोई जांच नहीं हो पाई है। पंजाब पुलिस मुख्यालय सैक्टर-9 में आई.टी. विभाग से 2 हजार मुलाजिमों का भर्ती रिकार्ड गायब होने के मामले में पंजाब पुलिस के इंस्पैक्टर सुरेंद्र पाल ने यह कहते हुए पुलिस जांच पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अभी तक थाना 3 पुलिस जांच की दिशा में कुछ हासिल नहीं कर पाई। 

 

वहीं इंस्पैक्टर सुरेंद्र ने जुलाई महीने में यू.टी. पुलिस के डी.जी.पी. तेजेंद्र लूथरा समेत एस.एस.पी. व सैक्टर-3 थाना प्रभारी को शिकायत दी थी और खुद को जांच में शामिल करने की मांग की थी, ताकि वह केस से जुड़ी अहम जानकारियां प्रदान करवा सकें। इसके बावजूद थाना 3 पुलिस ने उन्हें जांच में शामिल करने को लेकर कोई समन नहीं किया। मामले में दिलचस्प पहलू यह है कि सैक्टर-3 थाना पुलिस अभी तक इस केस की जांच में 3 जांचकर्ता बदल चुकी है और चौथा जांचकर्ता नियुक्त किया गया है मगर जांच अभी तक शून्य है। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि क्या चंडीगढ़ पुलिस किसी दबाव में तो नहीं है। 

 

कोई कार्रवाई नहीं हो रही :
इंस्पैक्टर जगदीप सिंह के मुताबिक रिकार्ड गायब होने के मामले में पुलिस महकमा पूरी तरह शांत है। कोई कार्रवाई नहीं हो रही। इंस्पैक्टर जगदीप ने कहा कि जिन्हें इस रिकार्ड का गायब करने से फायदा होना था उन तक जांच का दायरा बढ़ाया जाना चाहिए था। वर्ष 1988 बैच के भर्तियों को इससे लाभ होना था। जानबूझकर जांच में देरी की जा रही है।

 

साथ ही इंस्पैक्टर जगदीप ने कुछ मुलाजिमों पर डीम डेट से प्रोमोशन का लाभ लेने का आरोप लगाया जबकि इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट व डी.जी.पी. ने भी आदेश जारी किए थे। उन्होंने बताया कि मेरी तरफ से चंडीगढ़ पुलिस के डी.जी.पी. को लेटर लिख जांच में शामिल किए जाने की मांग की गई थी। 3 महीने बाद भी उन्हें जांच में शामिल नहीं किया गया। 

 

3 पुलिसकर्मी शामिल :
ए.एस.आई. सतनाम सिंह बाजवा ने कहा कि भर्ती रिकार्ड गायब होने की एफ.आई.आर. में अंतिम प्वाइंट में कहा गया है कि कुछ कर्मियों-अफसरों का पर्सनल रिकार्ड चोरी हुआ है, जिसमें उनका रिकार्ड भी शामिल है। 

 

बाजवा के मुताबिक रिकार्ड चोरी के इस प्रकरण में 3 पुलिसकर्मी सीधे रुप से शामिल हैं। उनके नाम लेते हुए बाजवा ने बताया कि इनमें से दो ए.एस.आई. रैंक व एक हैड कांस्टेबल रैंक पर तैनात है। बाजवा ने बताया कि 4 पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक करप्शन की शिकायत दी गई थी। जिसमें बाजवा ने अपने बयान दर्ज करवाए थे और बकायदा नाम दिए थे। वह स्टेटमेंट भी रिकार्ड के साथ चोरी हो गई है। 

 

मामला :
पंजाब मुख्यालय से फरवरी में 2000 मुलाजिमों की भर्ती रिकार्ड की फाइलें गुम हुई थीं। सैक्टर-3 थाना पुलिस द्वारा फरवरी में अज्ञात के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज कर ली गई थी। 

 

रिकार्ड में 1985 में भर्ती हुए सभी रैंक के कर्मचारियों का रिकार्ड, 1986 से 1988 तक भर्ती कांस्टेबल, मैसेंजर, आप्रेटर, टैक्नीनिशयन, ए.एस.आई., 1989 और 1992 में भर्ती हुए विभिन्न रैंक के कर्मचारी, 1993 में एस.पी.ओ. से कांस्टेबल प्रोमोट किए मुलाजिम, 1998 में कांस्टेबल भर्ती किए गए सभी मुलाजिम का रिकार्ड शामिल था। 

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