Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Oct, 2017 09:06 PM
पूर्व केन्द्रीय मंत्री और शहर के पूर्व सांसद पवन बंसल ने शहर में डेंगू के मामलों की बढ़ती संख्या पर चिंता व्यक्त की है।
चंडीगढ़, (विजय) : पूर्व केन्द्रीय मंत्री और शहर के पूर्व सांसद पवन बंसल ने शहर में डेंगू के मामलों की बढ़ती संख्या पर चिंता व्यक्त की है। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने डेंगू को नियंत्रित करने और इसे रोकने के लिए पर्याप्त उपाय नहीं किए और इसमें हुई हर लापरवाही का पूरा दोष प्रशासन का है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया है कि चंडीगढ़ प्रशासन झोपड़पट्टियों के पुनर्वास में असफल रहा है और उनके निवासियों को अभी भी अमानवीय परिस्थितियों में रहने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
ऐसे माहौल में रहने के कारण उन्हें डेंगू जैसी बीमारियों का शिकार होना पड़ रहा है। पूर्व सांसद ने कहा कि पूरे शहर में फॉगिंग नहीं की गई है, जबकि हर दिन डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं। शहर के अस्पतालों में दो लोगों की जान डेंगू के कारण चली गई है और शहर में डेंगू रोगियों की संख्या 902 तक पहुंच गई है। बंसल ने कहा कि वह हैरान हैं कि आखिर प्रशासन किसका इंतजार कर रहा है।
उन्होंने कहा कि कॉलोनी नंबर-4 के निवासियों के पुनर्वास का काम प्राथमिकता पर किया जाना चाहिए ताकि शहर को जल्द से जल्द झुग्गियों से मुक्त बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि शहर को डेंगू से बचाने के लिए इसकी रोकथाम के उपाय किए जाने चाहिए और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को इससे बचाव एवं सुरक्षा की सलाह दी जानी चाहिए।
एक तरफ शहर में डेंगू के मामलों की आधिकारिक गणना 902 बताई जा रही है, वहीं इनकी वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है। क्योंकि बड़ी संख्या में मरीज निजी अस्पतालों और क्लीनिकों में जा कर अपना इलाज करवा रहे हैं। कुछ लोग डॉक्टर्स के पास बार-बार जाकर भी अपना इलाज करवा रहे हैं, ऐसे में डेंगू के मरीजों की सही संख्या जानने के लिए हर स्तर पर नजर रखने की जरूरत है।