Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Nov, 2017 11:38 AM
नैशनल हाईवे-22 पर बच्चे हर रोज जान जोखिम में डाल कर स्कूल और घर पहुंचते हैं।
पंचकूला(चंदन) : नैशनल हाईवे-22 पर बच्चे हर रोज जान जोखिम में डाल कर स्कूल और घर पहुंचते हैं। ऐसे में लोगों का कहना है कि प्रशासन को चाहिए कि स्कूल का जाने का समय और छुट्टी के समय यहां पुलिस तैनात हो। लेकिन प्रशासन लगता है बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। नैशनल हाईवे-22 के नजदीक सैक्टर-1 स्थित जैनेन्द्र पब्लिक स्कूल में सैकड़ों बच्चे हर रोज नेशनल हाईवे पार करते हैं।
नैशनल हाईवे होने की वजह से यहां गाडिय़ों की गति काफी तेज होती है। ऐसे में सड़क पार करना खतरे से खाली नहीं है। स्थानीय निवासी अनिल कुमार यादव का कहना है कि पुलिस को स्कूल प्रबंधकों के साथ मिलकर रास्ता निकालना होगा। रजनीश कुमार ने बताया कि सरकार की गाइड लाइन है कि स्कूल बस में लेडी कंडक्टर का होना अनिवार्य है। ममता देवी ने बताया कि सड़क पार करने के लिए जैब्रा क्रोसिंग होनी चाहिए। जब स्कूल का समय हो तब सिगनल चालू होना चाहिए।