Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Aug, 2017 12:32 PM
पंजाब यूनिवर्सिटी व इससे जुड़े कालेजिस में नैश्रल सर्विस स्कीम (एन.एस.एस.) को 2017-18 में विषय के तौर पर नहीं पढ़ पाएंगे।
चंडीगढ़(रश्मि) : पंजाब यूनिवर्सिटी व इससे जुड़े कालेजिस में नैश्रल सर्विस स्कीम (एन.एस.एस.) को 2017-18 में विषय के तौर पर नहीं पढ़ पाएंगे। एन.एस.एस. को इलैक्टिव विषय के तौर पर च्वॉएस बेस्ड क्रैडिट सिस्टम (सी.बी.सी.एस.) के तहत लांच किया जाना था, लेकिन इस सैशन से सी.बी.सी.एस. ही कालेजों में शुरू नहीं हो पाया है। इस कारण यह कोर्स इस बार शुरू नहीं हो सका है।
जानकारी के मुताबिक पी.यू. में एन.एस.एस. इलैक्टिव विषय के तौर पर 2017-18 में लांच किया जाना था। इसके लिए सिलैबस भी तैयार कर लिया था और अकेदमिक, सिंडीकेट और सीनेट से अप्रूवल भी ले ली थी।
दोबारा तैयार होगा विषय :
इस विषय को फिर से तैयार करने की योजना बनाई है। वहीं अब ऐसा किया जाता है तो उसमें काफी वक्त लग जाएगा, जबकि अब सैशन शुरू हो चुका है। वहीं अगर इस बार कोर्स में बदलाव करते हैं तो अगले सैशन से सी.बी.सी.एस. शुरू किया जाएगा। इस सिस्ट्म के शुरू होने पर फिर से इस कोर्स में बदलाव करना होगा। ऐसे में यह कोर्स अगले साल ही पी.यू. व कॉलेजों में शुरू होगा।
अनेक विषयों दी जानी थी जानकारी :
अंडर ग्रैजुएशन करने वाले स्टूडैंट इस विषय को पॅालीटिकल साइंस, पब्लिक एडमिनिस्टरेशन,हिंदी, सोशियोलॉजी जैसे विषय के तौर पर पढ़ सकते थे। एन.एस.एस. के इस विषय में स्टूडैंट को प्राकृतिक आपदा से बचने, समाज कल्याण के लिए काम करने, नैतिक मूल्यों के बारे में जानकारी दी जानी थी।
सी.बी.सी.एस. :
कालेज शिक्षकों की मांग थी कि इस सैशन से उन्हें सी.बी.सी.एस. कालेजों में शुरू करने की छूट दी जाए। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके तहत एक स्टूडैंट मर्जी से विषय कंबीनेशन ले सकता है और इसके तहत सी.बी.सी.एस. शुरू करने से उन्हें फैकल्टी मैंबर व अन्य ढांचे की जरूरत पड़ेगी, जो फिलहाल कालेज प्रबंधंन के पास नहीं है।