Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Aug, 2017 08:43 AM
पी.जी.आई. रैजीडैंट्स हॉस्टल्स में अवैध रूप से चल रहे एयर कंडीशनर चलेंगे या नहीं इसका फैसला अब हैल्थ मिनिस्ट्री करेगी।
चंडीगढ़(पाल) : पी.जी.आई. रैजीडैंट्स हॉस्टल्स में अवैध रूप से चल रहे एयर कंडीशनर चलेंगे या नहीं इसका फैसला अब हैल्थ मिनिस्ट्री करेगी। पिछले कई सालों से कैंपस में मौजूद 5 हॉस्टल्स में डाक्टर्स नियम ताक पर रखकर एयर कंडीशनर का प्रयोग कर रहे हैं। ओल्ड डाक्टर हॉस्टल, मैरिड डाक्टर हॉस्टल, न्यू डाक्टर हॉस्टल, संजीवनी, व कैरों ब्लॉक के हॉस्टल में रहने वाले डाक्टर चोरी छिपे इलैक्ट्रोनिक उपकरणों का इस्तेमाल कर रहें हैं। हॉस्टल्स में चल रहे एयर कंडीशनर्स का पता चलने के बाद पी.जी.आई. प्रशासन ने जांच करने की बात कही थी।
सूत्रों की मानें तो पी.जी.आई. प्राशसन ने हैल्थ मिनिस्ट्री को इस बारे में लिखा है। अब मिनिस्ट्री ही तय करेगी कि हॉस्टल्स में इलैक्ट्रोनिक उपरकरण चलेंगे या नहीं। पी.जी.आई. कैंपस में मौजूद सभी हॉस्टल्स में कुल मिलाकर 764 कमरें हैं। सूत्रों की मानें तो सभी कमरों में से 700 कमरों में अवैध तरीके से एयर कंडीशनर लगे हुए हैं।
ए.आर.डी. का दबाव :
पी.जी.आई. रैजीडैंट्स डाक्टर्स काफी अर्से से एयर कंडीशनर की मांग कर रहे लेकिन पी.जी.आई. नियमों के मुताबिक इसकी मनाही है 2 महीने पहले ही पी.जी.आई. प्रशासन को इस मामले का पता चला था। इसके बाद ए.आर.डी. प्रशासन पर इस मामले को लेकर दबाव डाला जा रहा है कि उन्हें एयर कंडीशनर्स लगाने की अनुमति दी जाए। सूत्रों की मानें तो इसी दबाव की वजह पी.जी.आई. प्रशासन ने हैल्थ मिनिस्ट्री को इस मामले पर फैसला लेने की जिम्मेदारी सौंप दी है, क्योंकि अगर फैसला उनके हक में नहीं आया तो वह मिनिस्ट्री के खिलाफ कुछ नहीं कह पाएंगे।
क्या कहते हैं नियम :
-कोई भी डाक्टर हॉस्टल रूम में कोई इलैक्ट्रॉनिक उपकरण प्रयोग नहीं कर सकता।
-मैरिड डाक्टरों को छोड़ कोई डाक्टर कमरे में खाना नहीं बना सकता।
-एयर कंडीशनर, हीटर व हैवी इलैक्ट्रॉनिक चीजों के इस्तेमाल पर मनाही है।
-हॉस्टल नियमों को तोडऩे पर उचित कार्रवाई व रूम कैंसल तक किया जा सकता है।